भुवनेश्वर. ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. लिंगराज थाना क्षेत्र के नागेश्वर टांगी इलाके में एक परिवार को सिर्फ इसलिए बुरी तरह पीटा गया, क्योंकि उन्होंने चंद्रग्रहण के दिन मांसाहारी भोजन बनाया और खाया. भीड़ ने घर में घुसकर महिलाओं के कपड़े फाड़े, पुरुषों को लाठियों से पीटा और घर को नुकसान पहुंचाया.
पीडि़त परिवार का कहना है कि उन्होंने हमेशा की तरह रोजमर्रा के खाने में चिकन बिरयानी और मछली बनाई थी. उनका मानना था कि चंद्रग्रहण एक प्राकृतिक और वैज्ञानिक घटना है, जिसका भोजन से कोई संबंध नहीं. परिवार ने बताया कि वे अपने घर के अंदर ही खाना खा रहे थे, लेकिन तभी कुछ धार्मिक कट्टरपंथी युवक नाराज हो गए. हमलावरों का आरोप था कि यह परिवार हेतुवादी या तर्कवादी है, यानी धर्म और भगवान में विश्वास नहीं रखता. इस वजह से उन्हें निशाना बनाया गया.
दरवाजा तोड़कर घर में घुसी भीड़
गवाहों के अनुसार, करीब 10-15 युवकों की भीड़ ने अचानक परिवार के घर पर हमला कर दिया. हमलावरों ने जोर-जबरदस्ती से दरवाजा तोड़ा, खिड़कियों के शीशे चकनाचूर कर दिए और घर में घुसकर सभी पर हमला कर दिया. महिलाओं के कपड़े फाड़े गए, पुरुषों को लाठियों और डंडों से पीटा गया. घटना इतनी भयावह थी कि आसपास के लोग डर से घरों से बाहर नहीं निकले. इससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई.
पुलिस ने संभाला मोर्चा
घटना की जानकारी मिलते ही लिंगराज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में करने की कोशिश की. हालांकि, तब तक परिवार के कई सदस्य गंभीर रूप से घायल हो चुके थे और घर में तोडफ़ोड़ की जा चुकी थी. पुलिस ने घायलों को नज़दीकी अस्पताल पहुंचाया और मामले की जांच शुरू कर दी है. अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही हमलावरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा.
