मृतक के भाई प्रमोद से आरोप लगाया है कि सरपंच और आरोपी भाइयों के बीच गौशाला की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। सोवरन और सुरेंद्र ने गौशाला की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था। सरपंच लाखन सिंह इस अतिक्रमण को हटवाना चाहते थे। जब सरपंच लाखनसिंह यादव बीना से अपने घर जाने के लिए निकले, इस दौरान उनकी मौत हो गई। जिसे सड़क दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की गई। मृतक के भाई प्रमोद की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। मौके से मिले साक्ष्य और परिजनों के बयान से हत्या की पुष्टि हुई। भानगढ़ पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी भाई आदतन अपराधी हैं। इन पर पहले से अपहरण और जान से मारने के प्रयास के कई मामले दर्ज हैं। सोवरन ने हाल ही में विधायक निर्मला सप्रे की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली थी। उसकी पत्नी गायत्री भानगढ़ मंडल में मंत्री है। पुलिस दोनों फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।
Tags
madhya-pradesh