बहनों को डूबते देख दो मासूमों ने घर जाकर परिजन को जानकार दी। इसके बाद परिजन और ग्रामीण वहां पहुंचे। पुलिस को भी सूचना दी गई। एक घंटे सर्चिंग के बाद शाम 5 बजे दोनों के शव बरामद कर लिए गए। दोनों बहनें आदिवासी भिलाला समाज की हैं। उनके घर से कुछ ही दूरी पर जंगल में वन विभाग का तालाब बना हुआ है। जहां वो अक्सर कपड़े धोने जाती थी।
8 और 12 साल उम्र की थीं दोनों बहनें-
शिवानी उम्र 8 वर्ष व सपना 12 वर्ष दोनों सगी बहने थीं। दोपहर 2 बजे इनके साथ 3 और 4 साल की दो छोटी बहनें भी तालाब पर गई थी। इन बहनों के अलावा वहां और कोई मौजूद नहीं था। प्रारंभिक तौर पर डूबने से मौत की जानकारी हैं। पिता सुनील मजदूरी करते हैं।
मां का निधन, पिता के साथ रहती थी
पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि परिवार में पिता के साथ चार बहनें रहती थी। बच्चियों की मां नहीं हैं, 3 साल पहले उनका निधन हो चुका है। पिता मजदूरी करने जाते तो चारों बहनें घर संभालती थीं। उनके घर के सामने ही छोटा तालाब बना हुआ है। यहीं वे नहाने के साथ कपड़े धोती थीं।