इलाज के बहाने ईसाई बना रहे थे नर्सिंग स्टूडेंट, मेडिकल कॉलेज में मरीज पर बनाया धर्म परिवर्तन का दबाव, 4 गिरफ्तार

रतलाम। रतलाम मेडिकल कालेज में नर्सिंग स्टूडेंट द्वारा मरीज पर धर्म परिवर्तित करने के लिए दवाब बनाया है, यहां बात मरीज ने कही, इसके अलावा जिले में इलाज के बहाने कुछ लोग आदिवासियों पर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहे थे। पुलिस ने 4 लोगों पर केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक आरोपी राजस्थान के बांसवाड़ा का है। वहीं एक आरोपी रतलाम मेडिकल कॉलेज में पेरामेडिकल स्टाफ (नर्सिंग स्टूडेंट) है।

                                                                औद्योगिक इलाके में टैंकर रोड पर झोपड़ी में इलाज के बहाने धर्मांतरण की सूचना पर हिंदू संगठनों के पदाधिकारी पहुंचे थे। यहां बड़ी संख्या में आदिवासी महिला और बच्चे मौजूद थे। सभी को इलाज और प्रार्थना के बहाने बुलाया था। झोपड़ी में बाइबल और क्रॉस भी मिला था। हिंदू संगठनों के लोगों ने मौके से चार लोगों को पकड़ा था। पुलिस ने चारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने धर्मांतरण कराने की बात कबूल कर ली। चारों पर धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई।

बीमारी ठीक न हो तो मुझे बताना-

विरियाखेड़ी के रहने वाले कैलाश निनामा ने शिकायत में पुलिस को बताया कि मैं अनुसूचित जनजाति में आता हूं और मजदूरी करता हूं। 4-5 माह पहले स्वास्थ्य खराब होने पर मेडिकल कॉलेज गया था। यहां जगदीश निनामा उम्र 30 वर्ष मिले। उन्होने कहा कि तुम्हें बीमारी में फायदा न हो तो मुझसे मिलना। इसके बाद मैं अपना इलाज कराकर घर आ गया। कुछ दिन बाद जगदीश फिर मिला। उसने कहा कि मैं प्रभु यीशु की प्रार्थना करता हूं। मैं तुम्हारे लिए भी प्रार्थना करूंगा। वो तुम्हारे सारे दुख दूर करेंगे। शिवनगर में रहने वाले मेरे भाई विक्रम निनामा के घर हर शुक्रवार को प्रभु यीशु की प्रार्थना होती है। तुम शिवनगर आ जाना।

बीमारी से छुटकारा पाना है तो प्रार्थना करो-

कैलाश ने पुलिस को बतायाए 5 सितंबर की सुबह करीब 9 बजे मैं जगदीश के भाई विक्रम के घर गया। यहां जगदीश, विक्रम और मांगीलाल व अन्य लोग मिले। कुछ समय बाद विक्रम ने यीशु की प्रार्थना की। प्रसादी लेने के बाद लगभग सभी लोग चले गए। मैं वहीं पर था। जगदीश, विक्रमए मांगीलाल और अन्य व्यक्तियों ने मुझ पर ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव बनाया। जगदीश ने कहा कि विक्रम ने प्रार्थना से कई लोगों की बीमारी ठीक की है।

प्रसाद लेने के बाद मानसिक संतुलन खो बैठा-

कैलाश निनामा ने बताया कि उस पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया गया। वहां पर प्रसाद लिया था इस कारण मानसिक संतुलन खो बैठा था। विक्रम और उसके साथी वहां पर लोगों का सामूहिक धर्म परिवर्तन करवा रहे थे। कई लोगों की आंखों पर रूमाल बांधकर और सिर पर हाथ रखकर प्रार्थना करवा रहे थे। इसमें महिलाएं और बच्चे भी थेए जिनकी उम्र 18 साल से कम थी।

इन्हे पुलिस ने किया गिरफ्तार-

पुलिस ने जगदीश निनामा 30 वर्ष निवासी गंगासागर, विक्रम निनामा 35 वर्ष  निवासी शिवनगर, मांगीलाल 35 वर्ष निवासी बांसवाड़ा व गुड्डू उर्फ गुड्डा 18 साल निवासी शिवगढ़ को गिरफ्तार कर लिया है।

एक की भूमिका सामने नहीं आई तो छोड़ा-

पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में लिया था जिसमें से एक नाबालिग था। उसकी कोई भूमिका सामने नहीं आने पर उसे छोड़ दिया। थाना औद्योगिक के सब इंस्पेक्टर व जांच अधिकारी ध्यानसिंह सोलंकी ने बताया कि विक्रम फरार हो गया था, जिसे आज पकड़ लिया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि विक्रम भी मेडिकल कॉलेज में पानी सप्लाई का काम करता है।


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