भोपाल. एमपी में मेट्रो सेवा की सुरक्षा को लेकर अहम बदलाव करने जा रही है। निजी सुरक्षा एजेंसियों के बजाय अब एमपी पुलिस का विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) मेट्रो स्टेशनों और यात्रियों की सुरक्षा की कमान संभालेगी। एसएएफ जवानों को यात्रियों और मेट्रो स्टेशनों की सुरक्षा का जिम्मा दिया जाएगा। ये जवान आधुनिक हथियार से लैस रहेंगे। इंदौर के बाद भोपाल में भी विशेष बल की तैनाती तय की जाएगी।
मेट्रो सुरक्षा के लिए एसएएफ का होगा गठन
मध्य प्रदेश सरकार ने फैसला किया है कि मेट्रो प्रोजेक्ट्स की सुरक्षा अब किसी निजी सुरक्षा कंपनी को न देकर, मध्यप्रदेश पुलिस की एसएएफ यूनिट को दी जाएगी। इंदौर मेट्रो के बाद भोपाल मेट्रो में भी एसएएफ के जवान तैनात होंगे। भोपाल में मेट्रो स्टेशनों की निगरानी, यात्रियों की सुरक्षा और संवेदनशील इलाकों में तैनाती की जिम्मेदारी एसएएफ को दी जाएगी।
इंदौर एसएएफ आईजी द्वारा जारी किए गए पत्र में सभी वाहिनियों से इंस्पेक्टर से लेकर आरक्षक तक 40 से 45 साल आयु वर्ग के जवानों की जानकारी मांगी गई है। इच्छुक अधिकारियों और कर्मचारियों से आवेदन लेकर एक सप्ताह के भीतर सूची भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
इंदौर के बाद अब भोपाल में भी तैनाती
इंदौर मेट्रो में एसएएफ की कंपनी के गठन के बाद अब भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट में भी एसएएफ जवानों की तैनाती तय कर दी गई है। इसके लिए भी समान प्रक्रिया के तहत आवेदन और चयन किया जाएगा।
पीएम मोदी ने 31 मई को किया है उद्घाटन
पत्र में उल्लेख है कि 31 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 6.3 किमी लंबे सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर का वर्चुअल उद्घाटन किया जा चुका है। इंदौर मेट्रो के पहले चरण का कार्य प्रगति पर है, और इसी के चलते मेट्रो सुरक्षा को लेकर स््रस्न यूनिट का गठन किया जा रहा है।