पुलिस को पूछताछ में परिजनों ने जानकारी दी कि 31 जुलाई की दोपहर में बेटी कोचिंग के लिए घर से निकली थी। इस दौरान तीन युवकों ने रोककर बंधक बनाने की कोशिश की, जिसपर उसने हाथापाई की है। आरोपियों ने बेटी को बेहोश किया और अज्ञात स्थान पर ले गए। जहां पर नाबालिगा के साथ बारी-बारी से रेप किया गया। इधर बेटी के घर न लौटने से परिजन चितिंत हो गए, जिन्होने अपने स्तर पर तलाश की लेकिन जब कोई जानकारी नहीं मिली तो सेमरिया थाना पहुंचकर पुलिस को खबर दी। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर तलाश शुरु कर दी। बीती रात आरोपियों ने बेटी को बेहोशी की हालत में घर से कुछ दूर फेंका और भाग गए। लोगों ने देखा तो खबर दी, जिसपर परिजन पहुंच गए और बेटी को उठाकर संजय गांधी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पर डाक्टरों ने हालत देखी तो भरती कर इलाज शुरु कर दिया। पुलिस को पूछताछ में परिजनों ने यह भी कहा कि बेटी ने 2023 की बोर्ड परीक्षा में 95 फीसदी से भी अधिक अंक हासिल किए थे। डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने उसे सम्मानित भी किया था। पीडि़ता के पिता ने पुलिस पर इस मामले में लीपापोती करने का आरोप लगाया। कथित गैंग रेप के इस मामले को लेकर अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर राहुल मिश्रा का कहना है कि सामान्यत: दुष्कर्म के मामले में पीडि़ता को भर्ती नहीं किया जाता है। लेकिन इस मामले में चीज असामान्य पाए जाने पर पीडि़ता को अंडर ऑब्जर्वेशन रखा गया है। हालात ठीक होने पर पीडि़ता की काउंसलिंग भी कराई जाएगी।