मौसम विशेषज्ञों ने आज श्योपुर, मुरैना, पन्ना, कटनी, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, सिवनी व बालाघाट में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। दूसरी ओर इंदौर, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, धार, बड़वानी, अलीराजपुर व झाबुआ में मौसम साफ रहेगा। बाकी जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश का यलो अलर्ट है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अब तक 28.8 इंच बारिश हो चुकी है जो कुल बारिश का 78 प्रतिशत है। जून-जुलाई में स्ट्रॉन्ग सिस्टम के कारण अब तक 34 प्रतिशत बारिश ज्यादा हो चुकी है। इसमें भी पूर्वी हिस्सा जैसे जबलपुर, रीवा, सागर व शहडोल संभाग ठीक है। इंदौर व उज्जैन संभाग की स्थिति ठीक नहीं है। इंदौर संभाग के 8 में से 5 जिले ऐसे हैं, जहां 13 इंच से कम पानी गिरा है। सिर्फ अलीराजपुर व झाबुआ में ही 20 इंच से ज्यादा पानी गिरा है। दूसरी ओर ग्वालियर में सबसे ज्यादा 35 इंच बारिश हो चुकी है। यहां कुल बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। जबलपुर और भोपाल बारिश की स्थिति बेहतर है। प्रदेश में बीते दिन मौसम ने फिर करवट बदली और हल्की बारिश का दौर रहा। मंडला व सीधी में सवा इंच बारिश हुई। छतरपुर के नौगांव में आधा इंच से ज्यादा पानी गिरा। भोपाल में बादल छाए रहे। वहीं बैतूल, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, जबलपुर, खजुराहो, रीवा, सतना, उमरिया, डिंडौरी, मऊगंज में हल्की बारिश हुई।
13 अगस्त से नया सिस्टम-
मौसम विशेषज्ञों की माने तो देश में दो टर्फ की एक्टिविटी रही, जो मध्यप्रदेश से काफी दूर है। आज प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश होने का अनुमान है। वहीं 13 अगस्त के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया के एक्टिव होने का अनुमान है। इससे प्रदेश में बारिश का दौर फिर से शुरू हो सकता है।
दूसरे सप्ताह में ही तेज बारिश की संभावना-
विशेषज्ञों का कहना है कि अगस्त के दूसरे सप्ताह में तेज बारिश का दौर शुरू होगा, जो आखिरी तक चलता रहेगा। ऐसे में बारिश का कोटा अगस्त में ही पूरा हो जाएगा। हालांकि अब तक ग्वालियर सहित 9 जिलों में कोटा पूरा हो चुका है लेकिन इंदौर व उज्जैन संभाग के जिलों में कोटे से बहुत कम बारिश हुई है। पूर्वी हिस्से जबलपुर, सागर, शहडोल व रीवा संभाग में औसत से 38 प्रतिशत व पश्चिमी हिस्से भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल व नर्मदापुरम संभाग में 39 प्रतिशत बारिश अधिक हुई है।