एडजुटेंट द ग्रेनेडियर्स रेजिमेंटल सेन्टर की शिकायत पर मामला दर्ज
जबलपुर। सूर्या हाफ मैराथन को जीआरसी के अनुबंध पर कराने वाली सिनेक्राफ्ट एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने जीआरसी को करीब 54 लाख रूपयों का चूना लगा दिया। कंपनी ने यह पैसा जीआरसी के खाते में नहीं डाले और चंपत हो गया। जीआरसी के सबूेदार मेजर ने मामले की पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने बताया कि ग्रेनेडियर्स रेजीमेन्ट केन्द्र में हेडक्वार्टर सेंट्र्ल कमांड ने सूर्या हाफ मैराथन का आयोजन 17 नवम्बर 2024 में किया था। नोडल एजेंसी जीआरसी थी। मैराथन के लिए सिनेक्राफ्ट एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के संचालक राहुल मिश्रा ने हमसे यह बताया कि वह इवेंट कंपनी का फाउंडर है। शहर के सारे बडे इवेंट्स का आयोजन करवाता है। उसने यह बताया कि जबलपुर मे 2025 में होने वाला घाट फेस्टिवल का आयोजन भी वह करवा रहा है। राहुल मिश्रा व्दारा हमें अपनी झूठी बातों में लाकर मैराथन को आयोजन करने का समझौता किया। हमने राहुल मिश्रा के साथ एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग निष्पादित किया। कंपनी व्दारा इंडिया रनिंग के साथ मैराथन संचालन के लिए साझेदारी की गयी व प्रतिभागियो व्दारा मैराथन में हिस्सा लेने के लिए पंजीकरण फीस इंडिया रनिंग के व्दारा एकत्रित की गयी। इंडिया रनिंग के व्दारा मैराथन के प्रतिभागियो से कुल 53,55,369 रूपए.पंजीकरण फील वसूले गए। यह फीस की राशि कंपनी के खाते में जमा करवा दी गई, जबकि अनुबंध के मुताबिक यह राशि जीआरसी के खाते में जमा करवाना था। इस बारे में राहुल मिश्रा से जीआरसी ने कई बार राशि जमा करने को कहा लेकिन हर बार वह टालता गया। उधर, शंका होने पर जानकारी ली गई तो पता चला कि घाट फेस्टिवल के मामले में वह जेल तक गया है। इसके बाद भी राशि देने के नाम पर टालमटोली करता रहा, जिससे परेशान होकर मामला पुलिस को सौंपा गया।