जबलपुर/गोरखपुर. संस्कारधानी जबलपुर से बाबा भोले की नगरी काशी यानी बनारस के लिए वंदे भारत ट्रेन शीघ्र चल सकती है. इस ट्रेन की उम्मीद इस बात से जगी है कि नार्थ ईस्ट (एनई) रेलवे गोरखपुर ने तीन वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड भेजा है, जिसमें जबलपुर की ट्रेन भी शामिल है.
पूर्वोत्तर रेलवे ने केवल लखनऊ-जयपुर ही नहीं, बल्कि तीन अन्य रूटों के लिए भी वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का प्रस्ताव तैयार किया है. इनमें शामिल है, गोरखपुर से आगरा फोर्ट, बनारस से जबलपुर और इज्जतनगर से चंडीगढ़. रेलवे सूत्रों का कहना है कि रेलवे बोर्ड इस योजना को प्राथमिकता दे रहा है और जल्द ही मंजूरी की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. इस कदम से यात्रियों को तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का विकल्प मिलेगा। उत्तर भारत के प्रमुख शहरों के बीच कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी.
जबलपुर से व्हाया प्रयागराज-बनारस सीधी ट्रेन की लगातार हो रही मांग
जबलपुर से वाराणसी व्हाया प्रयागराज होकर सीधी ट्रेन की मांग पिछले कई सालों से सांसद सहित अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा विभिन्न मंचों से उठाई जाती रही है। अभी जबलपुर से यूपी, खासकर प्रयागराज, वाराणसी के लिए सीधी ट्रेन नहीं है, जो भी ट्रेनेें चल रही हैं, वे मुंबई, पुणे, गुजरात व दक्षिण भारत से निकलती है, जो हमेशा फुल रहती है, इन लंबी दूरी की गाडिय़ों में रिजर्वेशन पाना काफी मुश्किल बना हुआ है.
मडुआडीह के लिए शुरू हुई थी ट्रेन कोरोना काल से बंद
वहीं एक साप्ताहिक ट्रेन जबलपुर से मंडुआडीह (वाराणसी) के साप्ताहिक ट्रेन शुरू हुई थी, जिसे बंद हुए लगभग 4 साल हो गये हैं. उस ट्रेन के पुन: संचालन की अब उम्मीद भी नहीं है.
जबलपुर से पर्याप्त यात्री
बताया जाता है कि गोरखपुर रेल जोन ने बोर्ड को जो प्रस्ताव भेजा है, उसमें इस बात का उल्लेख किया है कि वाराणसी से व्हाया प्रयागराज होकर जाने व वहां से आने वाले यात्री काफी संख्या में हैं. जानकारों का कहना है कि यदि वंदे भारत एक्सप्रेस जबलपुर-बनारस के बीच शुरू होती है तो सिर्फ जबलपुर ही नहीं बल्कि समूचे महाकोशल के लोगों को लाभ मिलेगा, जो हमेशा संगम नगरी प्रयागराज व बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी जाने के लिए कन्फर्म टिकट के लिए परेशान होते रहे हैं.