चिकित्सा शिविर में परामर्श के साथ किया इलाज, बांटी दवाएं
जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस केन्द्रीय कारागार में सोमवार को डॉक्टरों के गु्रप ने 375 बंदियों की नब्ज टटोली है। कारागार में आयोजित चिकित्सा शिविर में 11 महिला बंदी भी शामिल थीं। शिविर के माध्यम से उन्नत मशीनों के जरिए बंदी मरीजों के दांतों की जांच के साथ अन्य स्वास्थ्य संबंधी जांच की गई है। जेल प्रबंधन का कहना है कि इस स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से एक ही समय में कई मरीजों को सुलभ इलाज मिल सका। मूलतः यह देखने में आता है कि इलाज के लिए मरीजों को अस्पताल भेजना पड़ता है, जिससे उन्हें इलाज में देर हो जाती है लेकिन ऐसे शिविरों के माध्यम से एक ही समय में कई मरीजों को लाभ पहुंचता है।
शिविर में ये थे शामिल
दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. अश्विनी कुमार त्रिवेदी, डॉ. नूरी खान, डॉ. अंजली खंडेलवाल, असिस्टेंट प्रमोद गोल्हानी, करण बर्मन, जमुना यादव, ताहिर ख़ान, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. हर्ष रेड्डी, असिस्टेंट आशीष वर्मा, अतुल कुशवाहा, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीलांजना सिंह, असिस्टेंट ज्योति लालवानी, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. स्कंद बहरे, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सतीश पांडे, असिस्टेंट प्रवीण जैन, विवेक तिवारी, शुभम तिवारी, रामगोपाल, जनरल फिजिशियन डॉ. विवेक जैन असिस्टेंट डॉ. मेघा रैकवार, पैथोलॉजिस्ट डॉ. सचिन बुधौलिया, डॉ. आशुतोष पाठक, डॉ. शबनम साकेत, डॉ. श्रीकांत साहू, डॉ. अमरेश पांडे, फिजियोथैरेपी स्पेशलिस्ट डॉ. रोहित चौरसिया, डॉ. विकल्प मिश्रा थे।