MP विधानसभा में गिरगिट लेकर पहुंचे कांग्रेस विधायक, बोले OBC आरक्षण पर बार-बार रंग बदल रही सरकार

 

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन आज कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। वे हाथों में तख्तियां और खिलौने वाले गिरगिट लेकर पहुंचे। गांधी प्रतिमा के सामने नारेबाजी की। कांग्रेस विधायकों का कहना था कि सरकार अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को 27 फीसदी आरक्षण नहीं देना चाहती। वह बार-बार गिरगिट की तरह रंग बदल रही है। 

                                     सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने पूर्व विधायक राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह, रघुनाथ चौधरी, शंकरलाल मुन्नाखेड़ी, सरदार सुखदेव सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ गिरिजा व्यास, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय कुमार रूपाणी, फिल्म अभिनेता मनोज कुमार, लोक कलाकार रामसहाय पांडे को श्रद्धांजलि दी। पहलगाम आतंकी हमले और अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे के मृतकों को श्रद्धांजलि के बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

3 सरकारी विधेयक, अनुपूरक बजट आएगा

8 अगस्त तक चलने वाले इस सत्र में अनुपूरक बजट भी पेश किया जाएगा। सत्र के लिए कुल 3377 में से 2076 सवाल ऑनलाइन आए हैं जबकि ऑफलाइन सवालों की संख्या 1301 है। 226 ध्यानाकर्षणए अशासकीय संकल्प की 23 और शून्यकाल की 65 सूचनाएं विधायकों की ओर से दी गई हैं। विधायकों ने नियम- 139 के तहत एक सूचना दी है। एक स्थगन प्रस्ताव की सूचना भी सचिवालय को दी गई है। इस सत्र में तीन सरकारी विधेयक भी पेश किए जाएंगे।

महेश परमार बोले, जनप्रतिनिधियों को रोकना चाह रही सरकार

तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा कि सरकार इतनी डरी हुई है कि जन प्रतिनिधि व मीडिया को विधानसभा कार्यवाही से दूर रखना चाहती है। लेकिन हम पुरजोर तरीके से अपनी बात रखेंगे ताकि प्रदर्शन पर रोक के फैसले को सरकार वापस ले। परमार ने उज्जैन में महाकाल दर्शन को लेकर अनियमितताओं को लेकर संबंधित अफसरों पर कार्रवाई की मांग भी की।

सदन में उठ सकता है प्रदर्शन पर रोक का मुद्दा-

विधानसभा सचिवालय की ओर से विधायकों को पत्र भेजकर विधानसभा परिसर में नारेबाजी और प्रदर्शन न करने को कहा गया है। विपक्षी विधायक इस मुद्दे को सदन में उठा सकते हैं। विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने बीती 10 जुलाई को सभी विधायकों को एक परिपत्र भेजा था। इसमें सुरक्षा का हवाला देते हुए व्यवस्था में सहयोग करने की अपेक्षा की गई है। इसमें लिखा था कि विधानसभा परिसर और दर्शक दीर्घा में प्रवेश पत्र सीमित संख्या में जारी किए जाएंगे। विधायकों से अनुरोध है कि अपने एक निज सहायक और ड्राइवर का नाम, गाड़ी नंबर के साथ प्रवेश पत्र कार्यालय भेजना सुनिश्चित करें।

उमाकांत शर्मा बोले. कमलनाथ को कौन रोक रहा-

सिरोंज से भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने कहा कि मुझे चिंता है कि कमलनाथ को सदन में आने से कौन रोक रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह कांग्रेस की गुटबाजी और फूट का परिणाम है।


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