जबलपुर। कचरा नहीं उठने से परेशान आम लोगों का दर्द उभरता जा रहा है। इन्हें बस, एक ही इंतजार है कि कहीं न कहीं से उन्हें राहत मिल सके। नगर निगम, सोशल मीडिया, सीएम हेल्पलाइन और न जाने कहां-कहां जनप्रतिनिधियों के दस्तक पर गुहार लगाई है लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं मिला। कचरा जैसे पहले एकत्र हो रहा था, ठीक वैसे ही हालात बने हुए हैं। हाल ही में 'खबर अभी ' तक को सुहागी के प्रोफेसर कॉलोनी से एक संदेश भेजा गया है, जिसमें उन्होंने साफ लिखा है कि वे कचरे से परेशान हो चुके हैं। वोट तो रसूखदार नेताओं के दम पर ले लिया है लेकिन उनकी समस्याओं को हल नहीं किया जा रहा है। लोगों का दूरभाष पर कहना था कि हम कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन कुछ नहीं हो रहा है। परेशानी तो इस बात की हो रही है कि आवारा जानवर ये कचरा खींचकर उनके घरों के सामने फेंक रहे हैं या फिर हवा-पानी से ये इधर-उधर उड़ रहा है।
जबलपुर। कचरा नहीं उठने से परेशान आम लोगों का दर्द उभरता जा रहा है। इन्हें बस, एक ही इंतजार है कि कहीं न कहीं से उन्हें राहत मिल सके। नगर निगम, सोशल मीडिया, सीएम हेल्पलाइन और न जाने कहां-कहां जनप्रतिनिधियों के दस्तक पर गुहार लगाई है लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं मिला। कचरा जैसे पहले एकत्र हो रहा था, ठीक वैसे ही हालात बने हुए हैं। हाल ही में 'खबर अभी ' तक को सुहागी के प्रोफेसर कॉलोनी से एक संदेश भेजा गया है, जिसमें उन्होंने साफ लिखा है कि वे कचरे से परेशान हो चुके हैं। वोट तो रसूखदार नेताओं के दम पर ले लिया है लेकिन उनकी समस्याओं को हल नहीं किया जा रहा है। लोगों का दूरभाष पर कहना था कि हम कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन कुछ नहीं हो रहा है। परेशानी तो इस बात की हो रही है कि आवारा जानवर ये कचरा खींचकर उनके घरों के सामने फेंक रहे हैं या फिर हवा-पानी से ये इधर-उधर उड़ रहा है।