खबर है कि झलोन गांव में आज सुबह के वक्त महिला संतोष रानी खेत में धान का रोपा लगाने पहुंची। जब वह धान का रोपा लगा रही थी, इस दौरान समीप से लगे नाला से बाहर आए मगरमच्छ ने संतोष रानी पर झपट्टा मारकर पैर पकड़ा और घसीटता हुए नाला में ले गया। महिला की आवाज सुनकर आसपास काम कर रहे ग्रामीणों में चीख पुकार मच गई। इस बीच बेटा कालीचरण व उसका दोस्त पहुंच गए और नाला में कूदकर अपनी मां को मगरमच्छ के कब्जे से छुड़ाकर ले आया। हमले में महिला के हाथ और पैर में मगरमच्छ के दांतों के निशान देखे गए। घायल महिला को इलाज के लिए तेंदूखेड़ा स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां पर डाक्टरों ने उपचार किया। मौके पर पहुंचे वन अधिकारियों को पूछताछ में संतोष रानी ने बताया कि गांव के पास पुराने पेट्रोल पंप के पीछे उनकी निजी जमीन है। वहां से गुबरा नाला निकलता है। मगरमच्छ कब और कैसे नाले में आया यह किसी को नहीं पता। झलोन रेंजर सतीश मसीह ने घायल महिला को एक हजार रुपए की तत्काल सहायता दी है। वन अधिकारियों का कहना है कि नाला से मगरमच्छ को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाएगा। गौरतलब है कि पिछले दिन जबेरा ब्लाक के कनिया घाट पटी गांव में भी एक महिला पर मगरमच्छ ने हमला किया था। मगरमच्छ उस महिला को खींचकर नदी में ले गया। एक घंटे की खोज के बाद झाडिय़ों में महिला का शव मिला था।
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