कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, गिनाई खामियां
जबलपुर। रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा योजना में जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने जमकर घूसखोरी की। इसमें नियुक्तियों में पूर्व-निर्धारण एवं प्रक्रिया संबंधी घोर अनियमितताकी हैं। जिला कांग्रेस ने कलेक्टर को इनके विरुद्ध सोमवार को एक ज्ञापन सौंपा है। शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सौरभ नाटी शर्मा ने बताया कि सोमवार को कलेक्टर की अनुपस्थिति में एसडीएम रुपेश सिंघाई को सौंपा गया है, जिन्होंने ज्ञापन की गंभीरता को देखते हुए उचित जांच का आश्वासन दिया है।
ये है आरोप
- रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा योजना में चयन से पहले ही नाम तय कर भारी घूस वसूली गई।
- योजना की प्रेस विज्ञप्ति 14 जुलाई को जारी की गई, लेकिन चयन हेतु विज्ञापन अंतिम तिथि 21 जुलाई को ही प्रकाशित किया गया।
- यह भ्रष्टाचार पूर्ण रूप से सुनियोजित प्रतीत होता है, जिसमें नियमों एवं प्रक्रियाओं की खुली अवहेलना हुई है।
- जबलपुर का शिक्षा विभाग एक दलाली केंद्र में तब्दील हो चुका है, जिसके केंद्र में स्वयं डीईओ घनश्याम सोनी की संलिप्तता सामने आ रही है।
प्रमुख मांगे
- घनश्याम सोनी को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर बर्खास्त किया जाए।
- पूरी नियुक्ति प्रक्रिया की जाँच सीबीआई या ईओडब्ल्यू जैसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए।
- इस भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों के विरुद्ध कठोर प्रशासनिक कार्यवाही की जाए।
- पूर्व में की गई सभी नियुक्तियों की समीक्षा कर पुनः परीक्षण कराया जाए।
क्यों नहीं किय गया रिलीव
कांग्रेस कमेटी का आरोप था कि डीईओ घनश्याम सोनी का स्थानांतरण भोपाल हो चुका है, तो अब तक उन्हें कार्यमुक्त क्यों नहीं किया गया।
ये रहे मौजूद
सौरभ नाटी शर्मा, सतीश तिवारी, संतोष पंडा, गुड्डू नवी, राकेश पांडे, मदन लरिया, शिव कुमार चौबे, निर्मल चंद जैन, आरिफ बेग, जग्गू विश्वकर्मा, संजू ठाकुर, आशु वत्स, पूनम सोनकर, सुरेंद्र यादव, विष्णु विनोटिया, रितेश गुप्ता, प्रवेन्द्र चौहान, रवि गुप्ता, भारत पटेल, राजकुमार सोनी, विक्रम सिंह ठाकुर, अतुल जोसेफ, उदय राजपूत, दिलकश खान, इंदु सोनकर, राधा गुप्ता, पूजा सिंह, दीपक चौधरी, अज्जू नाटी, राकेश रैकवार, असलम खान, सुमित चौहान, इमरान खान, संदीप जैन, नीरज पटेल, मघुसदन चौकसे।