रील बनाकर पोस्ट की और सो गई किशोरी, फिर नहीं उठी


किशोरी की साइलेंट अटैक से मौत

इंदौर। इंदौर के परदेसी पुरा क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक किशोरी ने रील देखी और एक रील बनाकर उसे सोशली मीडिया पर पोस्ट किया और उसके बाद अपने कमरे में सो गई। परिजनों का कहना है कि जब कापफी समय तक किशोरी नहीं उठी तो उसे देखा तो वह अपने पलंग पर बेसुध पड़ी थी। उसे तत्काल डॉक्टर के पास ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों का प्रथम दृष्टया कहना था कि किशोरी की मौत साइलेंट अटैक से हुई है। 

हार्ट अटैक के ऐसे चौंकाने वाले मामले सामने आ रहे हैं कि अस्पताल में एडमिट करने की बात बहुत दूर, संभलने भी मौका नहीं मिलता है। साइलेंट अटैक बच्चों को आने लगे हैं। युवा भी हार्ट अटैक के शिकार हो रहे हैं। कोई खेलते-खेलते गिर रहा तो कोई डांस करते.करते। डॉक्टर भी हैरान हैं।

रील बनाने के बाद सो गई थी किशोरी

परदेसी पुरा क्षेत्र में 16 साल की किशोरी वंदना बदला हुआ नाम की मौत हो गई। परिजनों ने साइलेंट अटैक की आशंका व्यक्त की है। परिजनों का कहना है उसे किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी और न ही अटैक जैसे लक्षण कभी देखे गए। परिजनों के अनुसार किशोरी घर पर थी। मोबाइल पर रील देख रही थी। इसके बाद उसने कुछ रील बनाई और सोशल मीडिया पर शेयर किया। कुछ देर आराम करने की बात कहकर अपने कमरे में चली गई थी।

बेड पर थी बेसुध

जब शाम तक किशोरी अपने कमरे से बाहर नहीं आई तो परिजनों ने जाकर देखा तो वह बेसुध अवस्था में बेड पर पड़ी हुई थी। परिजन तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। माना जा रहा है कि उसे साइलेंट अटैक आया। हालांकि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही तस्वीर साफ होगी। प्रारंभिक जांच के अनुसार हार्ट अटैक से मौत हुई है। मृतका ने हाल ही में 12वीं की परीक्षा पास की थी और कॉलेज में एडमिशन लेने की तैयारी में थी।

ये हो चुके हैं मामले

एक साल पहले रतलाम में कॉलेज ग्राउंड में दौड़ लगा रहे 16 साल के किशोर की भी मौत हो गई थी। ये किशोर अचानक बेहोश हो गया था। वह 11वीं का स्टूडेंट था। ये किशोर घर पर भी व्याायाम करता था। उसे भी पहले से कोई बीमारी नहीं थी। इससे दो माह पहले ही रतलाम के खारवाकला में 13 साल की बच्ची की भी साइलेंट अटैक से मौत हो गई थी। दो माह पहले बड़वानी जिले के 13 साल के बच्चे की गुजरात में अचानक मौत हो गई। वह नवसारी के तपोवन आश्रम में रह कर पढ़ाई करता था। 9वीं कक्षा के छात्र मेघ शाह को देर रात सीने में अचनाक तेज दर्द उठा। उसे भी अटैक आया था।


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