रेलवे ट्रैकमैन की पेट्रोलिंग के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से मौत, पिता की जगह मिली थी नौकरी

बांदीकुई. उत्तर पश्चिम रेलवे के बांदीकुई में शुक्रवार 11 जुलाई की देर रात बांदीकुई-अलवर रेलमार्ग पर ड्यूटी कर रहे एक रेलवे ट्रैकमैन की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसे के बाद शव को ट्रेन के जरिए बांदीकुई रेलवे स्टेशन लाया गया, जहां से पुलिस ने उप जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया। शनिवार 12 जुलाई की सुबह शव का पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सौंपा गया।

मृतक की पहचान संतोष सैनी (44) निवासी बसवा के रूप में हुई है, जो शुक्रवार रात करीब 2 बजे बसवा रेलवे स्टेशन के पास पेट्रोलिंग कर रहे थे। इस दौरान दिल्ली से अहमदाबाद जा रही योगा एक्सप्रेस की चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद ट्रेन के ड्राइवर ने तत्काल ट्रेन को रोका और शव को ट्रेन में रखकर बांदीकुई स्टेशन तक लाया गया। वहां से आरपीएफ और जीआरपी ने शव को बांदीकुई उप जिला अस्पताल पहुंचाया।

मृतक के भाई नवल सैनी ने बताया कि संतोष सैनी अपने पिता की जगह रेलवे में ट्रैकमैन के पद पर नियुक्त हुए थे और शुक्रवार शाम को ड्यूटी पर निकले थे। वे बसवा से गुलाना के बीच रेल लाइन पर गश्त कर रहे थे। उनके पीछे दो बेटे और दो बेटियां हैं। जीआरपी थानाधिकारी ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है कि संतोष ट्रेन की चपेट में कैसे आया। तकनीकी पहलुओं के साथ पेट्रोलिंग के दौरान सुरक्षा मानकों की भी जांच की जा रही है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ट्रैक पर ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों के लिए सुरक्षा गाइडलाइंस होती हैं, जिनकी पालना बेहद जरूरी है।

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