साध्वी लक्ष्मीदास उर्फ रीना गिरफ्तार, 90 लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में रही फरार , मंहत का उत्तराधिकारी बनकर मंदिर के रुपए हड़पे थे

 

छिंदवाड़ा। कनकधाम छिंदवाड़ा से जुड़ी साध्वी लक्ष्मीदास उर्फ रीना रघुवंशी को पुलिस ने अंतत: गिरफ्तार कर लिया है। 90 लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में साध्वी फरार रही, जिसे देर शाम चौरई पुलिस ने नर्मदापुरम जिले के चांदपुर गांव से पकड़ा है। साध्वी लक्ष्मीदास को आज पुलिस ने न्यायालय में पेश कर दो दिन का रिमांड प्राप्त कर लिया है। 

                                           

   साध्वी लक्ष्मीदास उर्फ रीना रघुवंशी पर आरोप है कि कनकधाम के महंत कनकबिहारी दास की मृत्यु के बाद उनके बैंक अकाउंट से 90 लाख रुपए निकाल लिए। वह खुद को महंत कनकबिहारी का उत्तराधिकारी बताती रही है। वहीं नए महंत श्याम दास महाराज का दावा है कि कनकबिहारी दास ने अपने जिंदा रहते बनाई गई वसीयत में उन्हें उत्तराधिकारी घोषित किया है। साध्वी ने तो महंत की मृत्यु के बाद जालसाजी करके उनका मोबाइल नंबर इश्यू कराया और श्रीराम जानकी मंदिर समिति के 90 लाख रुपए हड़प लिए। महंत श्याम दास महाराज के अनुसार स्वर्गीय कनकबिहारी दास ने मंदिर के लिए 1 करोड़ रुपए दान देने की घोषणा की थी, लेकिन उनके निधन के बाद बैंक खाते में जमा 90 लाख रुपए अचानक गायब हो गए। चौंकाने वाली बात यह रही कि स्वर्गीय महंत ने किसी को नॉमिनी नहीं बनाया था इसके बाद भी बैंक से इतनी बड़ी रकम निकाल ली गई। मामले की एफआईआर 16 जुलाई 2024 को चौरई थाने में दर्ज कराई गई थी।  महंत कनक बिहारी दास रघुवंशी समाज से थे और समाज के बीच उनकी बड़ी श्रद्धा थी। मंदिर में हुई धोखाधड़ी से समाज में आक्रोश था। हालात को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए।

सरपंच का चुनाव लड़ चुकी है साध्वी लक्ष्मीदास उर्फ रीना-

साध्वी लक्ष्मीदास उर्फ रीना रघुवंशी का परिवार विदिशा के खेजड़ा तिला गांव का रहने वाला है। जो भोपाल के कोलार में आईबीडी कैंपस के एक फ्लैट में रहता है। रीना 2022 में खेजड़ा तिला गांव से सरपंच का चुनाव भी लड़ चुकी है। रीना तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी है। उसकी पढ़ाई विदिशा में हुई है। छोटी बहन की शादी भोपाल में हुई थी। उसके पति फार्मा इंडस्ट्री में हैं। फिलहाल वे साउथ अफ्रीका में हैं। भाई हर्ष भी साउथ अफ्रीका के तंजानिया में काम कर रहा था। फिलहाल वह भोपाल में है। रीना के माता.पिता ने ये भी बताया कि इंदौर में उसकी शादी हुई थी। शादी के करीब 5 महीने तक वह ससुराल में रही।

नए महंत ने की थी थाने में शिकायत-

महंत कनकबिहारी दास के बैंक अकाउंट से 90 लाख रुपए निकालने के मामले का खुलासा उस वक्त हुआ। जब चौरई की एसबीआई ब्रांच में रीना ट्रांजेक्शन करने पहुंची। इस दौरान उसे गांव के कुछ लोगों ने देख लिया था। इसके बाद बैंक में भी पूछताछ की। 10 जुलाई को गांववालों ने मंदिर से जुड़े लोगों को बताया। इसके बाद 12 जुलाई को मंदिर के नए महंत श्याम दास जी महाराज व चक्रपाल सिंह पटेल ने चौरई थाने में शिकायत की।

सड़क दुर्घटना में महंत कनकबिहारी महाराज का निधन हो गया था-

वे फरवरी 2024 में अयोध्या में 9009 कुंडीय श्रीराम यज्ञ भी करने वाले थे, जिसमें सभी यजमान रघुवंशी समाज से होने का प्रस्ताव समाज के मध्य रखा गया था। जिसकी तैयारियों के लिए वो नरसिंहपुर गए थे। जहां से लौटते वक्त सड़क हादसे का शिकार हो गए। 


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