भिंड. मध्य प्रदेश के भिंड जिले के बरोही इलाके के अमलेडी गांव में उस समय अफरा तफरी मच गई जब गांव में बाबा की पूजा करने के बाद मिलावटी घी से तैयार की गई प्रसादी को गांव में बांटा गया. जिसने भी उस प्रसादी को खाया वो कुछ ही घंटे में दस्त, पेट में दर्द, घबराहट और बेचैनी का शिकार हो गया. देखते ही देखते 70 लोगों की तबीयत बिगडऩे लगी.
बीमार लोग जिला चिकित्सालय आने लगे. फिर धीरे-धीरे हालात बेकाबू होने लगा. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बाबा की पूजा के लिए शुद्ध घी में प्रसादी तैयार कर भोग लगाया जाता है, इसलिए गांव के दशरथ सिंह तोमर शहर के बाजार से घी का डिब्बा लेकर गए. उन्हें क्या मालूम था कि यह घी इतना मिलावटी है कि लोगों के स्वास्थ्य पर उसर पड़ेगा. दशरथ सिंह तोमर ने मिलावटी घी से पुए और पूरी सब्जी तैयार करके बाबा का भोग लगाकर पूरे गांव में प्रसादी बंटवाई. जिन लोगों ने यह प्रसादी खाई उनकी धीरे-धीरे तबीयत बिगडऩे लगी. देखते ही देखते हालात बेकाबू होने लगी.
24 लोग अस्पताल में भर्ती
हालात को काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग का अमला हरकत में आया. खुद सीएमएचओ डॉ. जेएस यादव अपनी स्वास्थ्य विभाग की टीम और फूड सेफ्टी अधिकारियों के साथ अमलेडी गांव पहुंचे जहां पर उन्होंने मेडिकल चेकअप करना शुरू किया. धीरे-धीरे आंकड़ा बढ़ता गया और यह आंकड़ा रात भर में 70 तक जा पहुंचा. फिर 24 लोगों को भिंड जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया.
सीएमएचओ ने बताया कि अमलेडी गांव में पूजा करने के बाद पुए और पूरी बाजार से खरीदे गए घी से तैयार की गई थी. इसके बाद 70 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ गई. 24 लोगों की ज्यादा तबियत बिगडऩे पर उन्हें जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. फिर पूरे गांव में मेडिकल टीम ने सर्वे किया. मौके पर फूड सेफ्टी अधिकारियों ने सैंपल ले लिया.