रत्नागिरी. महाराष्ट्र के रत्नागिरी के प्रसिद्ध आरे-वारे समुद्री बीच पर शनिवार 19 जुलाई की शाम एक भीषण हादसा हो गया. जहां ठाणे-मुंब्रा से आए चार पर्यटकों की समुद्र में डूबकर मौत हो गई. मृतकों में तीन महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं. हादसा शाम करीब 6:30 बजे हुआ जब ये पर्यटक बीच पर नहाने के दौरान समुद्र की तेज लहरों की चपेट में आ गए.
मृतकों की पहचान उज़मा शेख उम्र 18 वर्ष, उमेरा शेख उम्र 29 वर्ष, जैनब काज़ी उम्र 26 वर्ष और जुनैद काज़ी उम्र 30 वर्ष के रूप में हुई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार यह सभी रत्नागिरी में अपने रिश्तेदारों से मिलने आए थे और शनिवार को समुद्र तट पर घूमने निकले थे. मौसम विभाग की चेतावनी और स्थानीय मछुआरों की हिदायतों के बावजूद सभी पर्यटक रफ सी यानी खारे और उग्र समुद्र में उतर गए. बारिश और खराब मौसम के चलते समुद्र में लहरें बहुत उग्र थीं.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चारों लोग समुद्र में मस्ती कर रहे थे तभी अचानक एक तेज लहर आई और उन्हें खींच ले गई. स्थानीय ग्रामीण और मछुआरे तुरंत बचाव के लिए समुद्र में कूदे लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. लगभग 30 मिनट के भीतर सभी चार शव बरामद कर लिए गए. घटना की जानकारी मिलते ही रत्नागिरी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक राजेंद्र यादव अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और पंचनामा कर प्राथमिक जांच शुरू की. शवों को रत्नागिरी सिविल हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है.
पहले भी हुए हादसे
आरे-वारे बीच पर पहले से ही नो स्विमिंग, खतरनाक समुद्र जैसे चेतावनी बोर्ड लगे हैं. इसके बावजूद हर साल भारी संख्या में पर्यटक इन चेतावनियों को नजर अंदाज कर समुद्र में उतरते हैं जिससे हादसे होते हैं. स्थानीय प्रशासन और कोस्ट गार्ड बार-बार मानसून के दौरान समुद्र में न उतरने की अपील करता है. घटना के बाद स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि आरे-वारे बीच जैसे संवेदनशील इलाकों में गार्ड तैनात किए जाएं और मानसून में पर्यटकों पर प्रतिबंध लगाया जाए.