सतना। मझगवां विकास खंड सतना के प्राथमिक स्कूल साडा की शिक्षिका सरिता सिंह को तीसरी बार सस्पेंड किया गया है। निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय रामपुर बाघेलान के बीईओ कार्यालय में रहेगा। शिक्षक पर आरोप है कि वो कई महीनों तक स्कूल नहीं आईं। जब इसकी शिकायत हुई तो उन्होंने उपस्थिति रजिस्टर में वाइटनर लगाकर अपनी हाजिरी दर्ज कर दी। जांच कमेटी के निरीक्षण में ये मामला सामने आया। जिला शिक्षा अधिकारी ने उन्हें निलंबित कर दिया।
अधिकारियों ने जांच में पाया गया कि सरिता सिंह 7 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 तक और 17 जून से लगातार स्कूल नहीं आ रही थीं। इससे पहले जुलाई 2024 में भी उन्हें निलंबित किया गया था। तब उन्होंने अपनी जगह दूसरा शिक्षक नियुक्त कर दिया था। 2023 में भी उन पर कार्रवाई हुई थी और एक वेतन वृद्धि रोकी गई थी। ग्रामीणों की शिकायत पर ये मामला सामने आया। संकुल केंद्र नकैला के अंतर्गत आने वाले इस स्कूल में पदस्थ दूसरे शिक्षक के बयान और ग्रामीणों की गवाही के आधार पर कार्रवाई की गई। गौरतलब है कि सरिता सिंह अपनी मनमानियों को लेकर अकसर विभाग के निशाने पर रही हैं। शिक्षण सत्र 2024-25 में इसी विद्यालय में पदस्थ रहने के दौरान भी निलंबित हो चुकी हैं। सरिता सिंह ने अपनी जगह पर गांव की एक महिला को शिक्षक के तौर पर रख लिया था। ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत क्षेत्रीय विधायक सुरेन्द्र सिंह गहरवार से की थी, जिसके बाद उन्होंने प्रकरण की जांच के लिए जिला पंचायत सीईओ से बात की थी और इस मामले में उन्हें निलंबित कर दिया गया था।