इटावा। यूपी के इटावा में यादव कथावाचक की पिटाई को लेकर बवाल हो गया। आज अहीर रेजिमेंट व यादव संगठन के करीब 2 हजार लोगों ने प्रदर्शन किया। कथावाचक पर मुकदमा व नेता गगन यादव को नजरबंद किए जाने के विरोध में नारेबाजी की। पुलिस ने समझा-बुझाकर लोगों को शांत करा दिया
प्रदर्शनकारी आगरा-कानपुर हाईवे पर दादरपुर गांव के बाहर जमा हो गए। यह वही गांव है। जहां 22 जून को कथावाचक और उसके दो साथियों की ब्राह्मणों ने पिटाई की थी। सूचना पाकर पुलिस दादरपुर गांव पहुंची। पुलिस ने प्रदर्शन करने वालों को समझाना चाहा तो नोकझोंक हो गई। तभी भीड़ ने पुलिस की गाड़ी पर पथराव कर दिया। पुलिस ने हंगामा बढ़ता देख 12 थानों की फोर्स बुलाई। इंस्पेक्टर ने पिस्टल निकालकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। दावा है कि पुलिस की ओर से हवाई फायरिंग भी की गई। यहां पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लिया है। आसपास के 4 गांवों में पुलिस आरोपियों को पकडऩे के लिए सर्च ऑपरेशन चला रही है। इंडियन रिफॉर्म्स ऑर्गेनाइजेशन के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष गगन यादव ने कथावाचक की पिटाई मामले पर विरोध जताया था। उन्होंने आज सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ इटावा आने का ऐलान किया था। जिसके बाद पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया था। इसके विरोध में कई जिलों से यादव समाज के लोग इटावा पहुंचे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने गांव में घुसने से पहले जाति पूछी
इटावा के दादरपुर गांव में प्रदर्शनकारी आने-जाने वालों से उनकी जाति पूछकर आगे बढऩे दे रहे थे। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस से प्रदर्शनकारियों की नोकझोंक हो गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की गाड़ी सीज कर दी। इस पर लोगों का गुस्सा भड़क गया। प्रदर्शनकारियों ने आगरा.कानपुर नेशनल हाईवे जाम कर दिया। पुलिस की गाडिय़ों पर पथराव कर दिया। पथराव में पुलिस की एक गाड़ी का सामने का शीशा टूट गया।
भारी पुलिस बल तैनात-
एसपी ग्रामीण सहित मौके पर बकेवर, इकदिल, लवेदी, चकरनगर, भरथना, सैफई, ऊसराहार सहित 12 थानों की पुलिस फोर्स मौजूद है। दो सीओ पुलिस फोर्स के साथ दादरपुर गांव जाने वाले रास्ते पर तैनात हैं। पहाड़पुरा, उरेंग, नौधना, दादरपुर गांव में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पुलिस को शक है कि प्रदर्शनकारी भागकर इन गांवों में छिपे हैं। एएसपी ग्रामीण श्रीशचंद्र ने बताया. गांव के पास कुछ लोगों ने उपद्रव करने की कोशिश की थी। पुलिस ने कोई फायरिंग नहीं की है। पुलिस की गाड़ी पर पथराव किया गया है। कोई पुलिसकर्मी घायल नहीं हुआ है। 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
प्रदर्शनकारी बोले, गगन यादव को छोड़ा जाए-
यादव समाज के लोगों ने प्रदर्शन करते हुए गगन यादव को छोड़े जाने की मांग की। उनका कहना है कि कथावाचक के दो साथियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को वापस लिया जाए। कथावाचकों के साथ मारपीट करने वालों को गिरफ्तार किया जाए। पुलिस ने दोनों कथावाचकों पर मुकदमा दर्ज किया है। हम इसी का विरोध करने पहुंचे थे।
एक दिन पहले किया था ऐलान-
यादव समाज संगठन के अध्यक्ष गगन यादव ने कथावाचक की पिटाई मामले में मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने आज सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ इटावा आने का ऐलान किया था। उनकी ओर से भी पोस्टर जारी कर यात्रा की घोषणा की गई थी। पुलिस ने इसके बाद उनकी गिरफ्तारी कर ली। इससे नाराज सैकड़ों कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए।
इस कारण हुआ विवाद-
इटावा के दादरपुर गांव में 22 जून को ब्राह्मणों ने यादव कथावाचक और उनके साथियों से मारपीट की थी। कानपुर के कथावाचक मुकुट मणि सिंह के अनुसार ब्राह्मणों ने पहले उनकी जाति पूछी। जब उन्होंने बताया कि वे यादव बिरादरी से हैं, तो उन पर दलित होने का आरोप लगाते हुए धमकाया।
ब्राम्हणों के गांव में भागवत पाठ करने की हिम्मत कैसे की गई-
कहा गया कि ब्राह्मणों के गांव में भागवत पाठ करने की हिम्मत कैसे की। इसके बाद उनकी चोटी काट दी और सिर मुंडवा दिया। एक महिला के पैर पर नाक रगड़वाई गई। उनके साथियों के साथ भी मारपीट की। उनका भी सिर मुंडवा दिया और हारमोनियम तोड़ दिया। घटना के बाद कथावाचक सोमवार को सपा सांसद जितेन्द्र दोहरे के साथ एसएसपी से मिलने पहुंचे। एसपी के आदेश पर कोतवाली में अतुल, मनीष, पप्पू बाबा और डीलर पर नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।
कथावाचक सहित 2 पर भी एफआईआर-
पुलिस ने देर शाम कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके साथी संत कुमार यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। कथावाचक पर एक महिला से छेडख़ानी का आरोप लगा था। साथ ही पहचान छिपाने, गलत आधार कार्ड, धार्मिक भावना आहत करने, धोखाधड़ी आदि का भी आरोप है। इसको लेकर ब्राह्मण संगठन के लोगों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी।
अखिलेश ने लखनऊ बुलाकर सम्मानित किया था-
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने घटना के अगले दिन कथावाचक व उनके साथियों को लखनऊ बुलाया। उन्हें ढोलक व हारमोनियम गिफ्ट की, कथा भी कहलवाई। 51-51 हजार रुपए देने का ऐलान किया। 21-21 हजार रुपए लिफाफे में मौके पर दिए। अखिलेश ने कहा कि भाजपा को लगता है कि कथावाचक पर किसी का एकाधिकार है तो कानून बनाकर दिखा दें।
अखिलेश बोले, प्रभुत्ववादी सीमाएं लांघ गए है-
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रभुत्ववादी सीमाएं लांघ गए हैं। ये वर्चस्ववादी लोग सिर तक मुड़वा दे रहे हैं। रातभर पीटते हैं, ढोलक छीन लेते हैं और पैसों की मांग करते हैं। आखिर ये वर्चस्ववादी व प्रभुत्ववादी लोग ताकत कहां से पा रहे हैं। यह सरकार हार्टलेस है, हर असंवैधानिक काम का समर्थन करती है। सपा सांसद जितेंद्र दोहरे ने बताया भागवताचार्य व उनके सहयोगियों के साथ जो व्यवहार किया गया वह अमानवीय और संविधान के खिलाफ है। सांसद ने कहा कि एसएसपी इटावा से मिलकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो सपा इस मुद्दे को संसद में उठाएगी।