हेडिंग्ले. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारत पहली ऐसी टीम बनी जिसके प्लेयर्स ने 5 शतक लगाए इसके बावजूद टीम को हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड ने एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में भारत को 5 विकेट से हरा दिया। लीड्स के हेडिंग्ले क्रिकेट स्टेडियम में इंग्लैंड ने 371 रन का टारगेट 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
मंगलवार को मैच के आखिरी दिन मोहम्मद सिराज की इंग्लिश ओपनर्स बेन डकेट और जैक क्रॉली से बहस हो गई। बेन डकेट ने भारत के खिलाफ चौथी पारी में हाईएस्ट स्कोर बनाया। जसप्रीत बुमराह से क्रॉली का कैच छूटा।
- हेडिंग्ले मैदान में 41 साल बाद चौथी पारी में किसी टीम की ओपनिंग साझेदारी 100 से ज्यादा की हुई। जैक क्रॉली और बेन डकेट ने मिलकर पहले विकेट के लिए 188 रन जोड़े। इससे पहले 1984 में वेस्टइंडीज के डेसमंड हेन्स और गॉर्डन ग्रीनिज ने 106 रन की साझेदारी की थी।
- 2010 के बाद पहली बार किसी इंग्लिश ओपनिंग बल्लेबाज ने चौथी इनिंग में सेंचुरी लगाई। बेन डकेट ने 149 रन की पारी खेली। 15 साल पहले एलिस्टेयर कुक ने बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में नाबाद 109 रन बनाए थे।
- हैरी ब्रूक टेस्ट क्रिकेट इतिहास में पहले ऐसे बल्लेबाज बने जो पहली पारी में 99 रन पर और दूसरी पारी में पहली ही गेंद पर (गोल्डन डक) आउट हुए।
- इंग्लैंड ने हेडिंग्ले टेस्ट में अपना दूसरा सबसे बड़ा रन चेज किया। इससे पहले 2022 में भारत के खिलाफ में एजबेस्टन में 378 रन का पीछा किया था। यह भारत के खिलाफ इंग्लैंड का दूसरा सबसे बड़ा रन चेज हैं।
- टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास में इंडिया पहली टीम बनी है, जिसके प्लेयर्स ने एक ही मैच में पांच शतक लगाए लेकिन फिर भी मैच हार गई। इससे पहले ऐसा 1928-29 की एशेज सीरीज में हुआ था, जब ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न टेस्ट में चार शतक लगाए थे। उसी मैच में डॉन ब्रैडमैन ने अपना पहला टेस्ट शतक (112 रन) भी बनाया था, लेकिन फिर भी ऑस्ट्रेलिया को हार मिली थी।