कोटा. पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल के डीआरएम (मंडल रेल प्रबंधक) अनिल कालरा ने गत दिवस (सोमवार) कोटा-गंगापुर रेलखंड का निरीक्षण किया। इस दौरान गंगापुर स्टेशन पर चल रहे अमृत भारत योजना के तहत विकास कार्यों में खामियां देख वे अधिकारियों पर बुरी तरह भड़क गए। डीआरएम ने कहा कि काम नहीं आता है तो घर बैठ जाएं.
बताया जाता है कि प्लेटफॉर्म नंबर एक पर बिजली केबल बिछाने के बाद मरम्मत कार्य में हुई लीपा-पोती पहली ही बारिश में धंस गई थी। यह देखकर कालरा का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने सीधे बिजली विभाग के सुपरवाइजर प्रेमराज मीना से कहा, काम नहीं आता तो घर बैठ जाएं। इस पर प्रेमराज ने खुद को नया बताते हुए जल्द ही काम ठीक करने की बात कही और डीआरएम के गुस्से से बचने की कोशिश की। इसके बाद, सहायक मंडल इंजीनियर (एडीईएन) पर भी नाराज होकर कालरा ने काम को तुरंत ठीक करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान, कालरा को बारिश में टपकता टीन शेड और नए भवन में सीलन भी दिखाई दी।
बिजली के तार नहीं हटने पर लगाई फटकार
निरीक्षण के दौरान, कालरा को सर्कुलेटिंग एरिया में केबल डालने के बाद भी बिजली के तार झूलते हुए दिखाई दिए। इस पर उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और तुरंत केबल चालू कर पुराने तारों को हटाने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि गंगापुर स्टेशन पर 24.50 करोड़ रुपये के विकास कार्य किए जा रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि यहां करीब 97 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।