महिला पहले भी काट चुकी थी हाथ की नस, मानसिक संतुलन नहीं था ठीक
जबलपुर। शादी के बाद संतान नहीं होने से व्यथित एक महिला ने ब्लेड के टुकड़े से खुद अपना गला रेत दिया। रक्तस्त्राव होने से महिला की मौत हो गई है। परिजन महिला को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे थे, लेकिन तब तक देर हो गई और महिला ने दम तोड़ दिया था।
यह घटना है पनागर के शिवाजी वार्ड की। यहां रहने वाले एक परिवार की महिला का दस वर्षाें से मानसिक संतुलन बिगड़ गया था। वजह यह थी कि शादी के बाद उसे बच्चे नहीं हुए थे। पनागर पुलिस में मंगलवार को शिवाजी वार्ड निवासी मंगल तिवारी उर्फ बबलू ने सूचना दी कि वह अपनी पत्नी पार्वती तिवारी के साथ रहता है। उसकी कोई संतान नहीं है। पत्नी का 10 वर्ष से मानसिक संतुलन ठीक नहीं है, जिसका उपचार मनोचिकित्सक एवं अन्य डाक्टर के यहां चल रहा है। 24 जून की शाम वह घूमने चला गया था। रात 10-30 बजे घर आया, देखा घर में ताला लगा था। वह पड़ौस में अपनी बुआ के घर जाकर पत्नी के बारे में पूछा, तो बुआ की बहू प्रेमरानी ने बताया कि पार्वती आईं थीं चली गयी। वह अपने घर की छत पर गया देखा, पत्नी नहीं मिली फिर बुआ के घर गया देखा कि बुआ के घर की सीढ़ी के पास उसकी पत्नी पार्वती की चप्पल उतरीं थीं। वह बुआ की छत पर गया वहां देखा कि पत्नी बेहोश पड़ी थी। गले में चोट थी, बाजू में शेविंग करने वाली ब्लेड पड़ी थी। वह तत्काल भतीजे रोहित एवं अन्य मोहल्ले के लोगों के साथ पत्नी को उपचार हेतु मेडिकल कॉलेज ले गया। डॉक्टरों ने महिला की चिकित्सीय जांच के बाद उसे मृत धोषित कर दिया। मंगल ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी पार्वती ने पूर्व में भी मानसिक स्थिति ठीक न होने की वजह से अपने हाथ की कलाई काट ली थी। सम्भवतः इस बार भी स्वयं के द्वारा गला काट लिया होगा। पुलिस प्रकरण में मर्ग कायम कर जांच कर रही है।