मुंबई. महाराष्ट्र के अमरावती में शनिवार शाम एक चौंकाने वाली घटना ने पूरे पुलिस महकमे को झकझोर कर रख दिया। वलगांव थाने में तैनात असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (एएसआई) अब्दुल कलाम की सरेआम धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। उस वक्त एएसआई बाइक से अमरावती स्थित अपने घर लौट रहे थे। तभी बीच सड़क पर बदमाशों ने उन्हें घेरकर मौत के घाट उतार दिया। ड्यूटी से जा रहे पुलिस अधिकारी की इस तरह नृशंस हत्या से पूरे शहर और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
एएसआई अब्दुल कलाम के पेट और सीने पर धारदार हथियार से कई वार किए गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद सभी हमलावर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दो टीमें गठित कि और वारदात के महज बारह घंटे के भीतर हत्या में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान जियाउद्दीन अहसानुद्दीन (22) और आवेज अयूब खान (22) के रूप में हुई है। तीसरा आरोपी फाजिल साबिर खान (23) के पैर में फ्रैक्चर के कारण उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल से छुट्टी मिलते ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रुपये के लिए था विवाद
प्रारंभिक जांच में इस हत्या के पीछे का कारण पैसों को लेकर विवाद बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि एएसआई अब्दुल कलाम के भाई ने एक महिला से 70 हजार रुपये उधार लिए थे। उस पैसों को लेकर महिला के बच्चों, कलाम के भाई और भतीजे के बीच काफी समय से विवाद चल रहा था। इस मामले में पहले से पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी। अब्दुल कलाम अपने भाई के पक्ष में खड़े थे, जिससे नाराज होकर आरोपियों ने रंजिश के तहत उनकी हत्या कर दी।
दहल उठा अमरावती
घटना के बाद पुलिस विभाग ने तेजी से कार्रवाई करते हुए हत्या की साजिश रचने वालों को बेनकाब कर दिया। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में अमरावती पुलिस की टीम ने मात्र कुछ घंटों में आरोपियों को ट्रेस कर पकड़ लिया। हालांकि अब भी पुलिस इस हत्या से जुड़े अन्य पहलुओं की सघन जांच कर रही है।