रेत माफिया में ठनी, घाट पर धांय-धांय, जान बचाने नदी में कूदकर भागे तीन युवक

नवीन चरंगवा घाट पर खदान में देर रात वारदात, रेत निकालने वाले लोगों की आपसी रंजिश

जबलपुर। चरगवां के नवीनघाट पर गुरूवार देर रात रेत माफिया के बीच रही आपसी रंजिश सामने आ गई। लग्जरी गाड़ियों से पहुंचे लोगों ने पहले कई राउंड हवाई फायर किए और वहां खड़े हाइवा के कांच तोड़कर उसमें आग लगा दी। मौके पर अपशब्द कहते हुए आरोपी कार में बैठकर भाग गए। उधर, गोलियों की आवाज सुनते ही तीन युवक जान बचाने के लिए नदी में कूद पड़े और तैरते हुए नदी के दूसरे छोर पर पहुंचे। हमला करने वाले लोगों के जाने के बाद वे लौटकर आए थे, जिन्होंने मामला पुलिस तक पहुंचाया। 


बेलखेड़ा पुलिस ने बताया कि नीमखेड़ा गांव के रहने वाले वीरेन्द्र पटैल ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह खेती किसानी एवं रेत गिट्टी परिवहन का काम करता है। उसने हाईवा क्रमांक एमपी 20 एचबी 5899 को वर्ष 2017 में खरीदा था। वह रेत का काम ग्राम नीमखेड़ा शहपुरा खदान से करता है। उसने रज्जू लोधी, चरगवंा एवं हरनाम सिंह पटेल, ग्राम उमरिया के कहने पर अपना हाईवा नवीन चरंगवा घाट में रेत परिवहन के लिए लाया था। उसने 4 जून को रेत का काम करना शुरू किया था। बात है 12 जून की। रात 11-30 बजे वह अपने साथी लखन मल्लाह, रोहित मल्लाह के साथ बाईक से नवीन चरगवंा घाट गया था। घाट में उसका चालक लक्ष्मण बर्मन, नीमखेड़ा कुछ देर बाद हाइवा चलाकर लाया था। देररात वह लखन और रोहित और चालक लक्ष्मण के साथ घाट के पास थे। उसी समय 2 लग्जरी गाड़ियों से कुछ लोग उतरे और उन्होंने हवाई फायर करना शुरू कर दिया। छिप कर देखने में यह सामने आया कि गोलियां चलाने वाले अमित लोधी, देवी सिंह लोधी थे। ये वही लोग थे, जो उसके द्वारा घाट से रेत परिवहन करने की बात को लेकर उससे रंजिश रखते थे। गालियां चलतो हुए दोनों लोगों ने उसके हाईवा की विंड स्क्रीन तोड़ दी और पेट्रोल डालकर आग दी। उसके बाद गाड़ियों में बैठकर भाग गये। वीरेन्द्र ने पुलिस को बताया कि डर के कारण नर्मदा नदी में तैरते हुये वे दूसरे घाट तरफ चले गये थे। हमलावरों के जाने के बाद हम लोग वापस तैरकर अपने हाईवा के पास आये , हाईवा आग से जल चुका था।

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