निजी हाथों में जिले के वित्त विभाग का प्रभार


शासकीय व्यक्तियों की कमी या सांठगांठ करके ढूढा जा रहा कमाई का जरिया

जबलपुर। जिले के कलेक्ट्रे्ट में वित्त और पर्यटन विभाग की कमान निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर ली गई है। इसे एक एसे व्यक्ति को सौंपी जा रही है, जो निजी कंपनी में बतौर अनुबंध कार्य कर रहा है। निजी हाथों में प्रभार को लेकर चर्चा है कि जिले में शासकीय कर्मचारियों की कमी हो गई है या फिर उच्च स्तर पर कमाई का रास्ता ढूढ़ने का रास्ता बनाया जा रहा है।

कलेक्ट्रे्ट के वित्त और पर्यटन विभाग से सोमवार को हेमंत सिंह सेवानिवृत हो रहे हैं। उनकी गद्दी खाली होने के पूर्व ही धाकदार अफसरोें ने उस जगह पर स्मार्ट सिटी के प्रशासनिक अधिकारी रवि राव को बिठाने की तैयारी कर ली है। नवागत प्रभारी को विभागीय पत्र भी भेजा जा चुका है। इस मामले को लेकर कलेक्ट्रे्ट में यह चर्चा है कि कलेक्ट्रे्ट के अमले में एक भी ऐसा अधिकारी-कर्मचारी नहीं है, जो वित्त और पर्यटन विभाग की बतौर प्रभार संभाल सके। गौरतलब है कि इस विभाग से पूरे जिले के बिल स्वीकृत होने के साथ राजस्व संबंधी गोपनीय कार्य सहित अन्य कार्य किए जाते हैं। निजी हाथों में जाने से इसकी गोपनीयता भंग होने की आशंका बनी हुई है। जानकार कहते हैं कि हाल ही में स्मार्ट सिटी कार्यालय में हार्डडिस्क का मामला सामने आ चुका है, जिसमें खानापूर्ति करके मामले को शंात कर दिया गया है। उस हार्डडिस्क में करोड़ों रूपए का लेखाजोखा था। यह कांड भी संबंधित अधिकारी के समय ही हुआ है लेकिन उसके बाद भी वित्त और पर्यटन विभाग का दायित्य सौंपने में षड़यंत्रकारी सोच सामने आ रही है।

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