जयपुर. राजस्थान के भरतपुर जिले के पीलूपुरा में एक बार गुर्जर आरक्षण आंदोलन भड़क गया है. 8 जून 2025 को पीलूपुरा में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने महापंचायत बुलाया था जिसमें करीब 15 हजार लोग जुटे. गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के नेता विजय बैंसला ने दोपहर 3.30 बजे जैसे ही सभा को संबोधित किया, गुर्जर समाज के कुछ लोग गुस्से में भड़क उठे.
सवाई माधोपुर पर ही रुकेंगी ट्रेनें
-सवाई माधोपुर ही रुकेंगी दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर जाने वाली ट्रेनें. कोटा की ओर से आने वाली ट्रेन सवाई माधोपुर से आगे नहीं जा सकेंगी. सोगरिया ट्रेन को सवाई माधोपुर ही रोकने के मिले आदेश. कोटा रेल मंडल में ट्रेन यातायात प्रभावित. अवध एक्सप्रेस बांद्रा से बरौनी ट्रेन को फतेहसिंहपुरा में रोका गया. रेलवे के उच्च अधिकारी कर रहे बातचीत.
गुर्जर आरक्षण आंदोलनकारियों ने भजनलाल सरकार के सामने 7 मांगें रखी थी. इसे नहीं मानने पर उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी थी. सरकार की तरफ से गृह राज्य मंत्री जय सिंह बेढम लगातार कह रहे थे कि सरकार वार्ता को तैयार है. हालांकि, विजय बैंसला और विजय सिंह बेढम में सार्वजनिक रूप से कोई मुलाकात नहीं हुई.
8 जून को विजय बैंसला ने गुर्जर महापंचायत में सरकार का लिखित मसौदा पढ़कर आंदोलनकारियों को सुनाया. 7 मांगों में कुछ पर सरकार तैयार हो गई थी. भजनलाल सरकार ने कहा है कि एमबीसी कोटा को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को कैबिनेट के माध्यम से केंद्र सरकार को भेजा जाएगा. यह गुर्जर समाज की एक बड़ी और पुरानी मांग रही है.
भजनलाल सरकार ने यह भी कहा कि पिछले आंदोलन के दौरान जितने भी केस दर्ज हुए थे, उन्हें 60 दिनों के भीतर वापस ले लिया जाएगा. इस फैसले को लेकर सभा में मौजूद लोगों ने राहत की सांस ली. लेकिन जैसे ही विजय बैंसला ने यह बताया कि रीट भर्ती में एमबीसी वर्ग के तहत 372 खाली पदों को भरने की मांग पर सरकार के मसौदे में कुछ भी नहीं लिखा गया है, तो वहां मौजूद रीट एग्जाम देने वाले छात्र भड़क गए. गुस्साए छात्रों ने विजय बैंसला की गाड़ी रोकने की कोशिश की, जिससे सभा में थोड़ी देर के लिए तनाव का माहौल बन गया.
गुस्से में आए कुछ रीट वाले छात्र अचानक रेलवे पटरी की ओर बढ़ गए. बता दें कि महापंचायत स्थल से रेलवे ट्रैक सिर्फ 150 मीटर दूर है, इसलिए स्थिति और भी संवेदनशील हो गई. मौके पर मौजूद उत्तर प्रदेश के सरधना से विधायक अतुल प्रधान छात्रों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि माहौल शांत रह सके और कोई बड़ी गड़बड़ी न हो