जबलपुर। उडिय़ा मोहल्ला ओमती क्षेत्र में रहने वाले हिमांशु यादव व उसके पिता नींलचंद यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पिता-पुत्र की जोड़ी हाईकोर्ट में नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से रुपए ऐठती है। दोनों ने नौकरी लगवाने के नाम पर दस लाख रुपए की ठगी की है। पुलिस ने दोनों को आज कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
पुलिस अधिकारियों की माने तो ग्वारीघाट और गोरखपुर क्षेत्र के रहने वाले विनोद सेन व रामप्रसाद सेन की साल 2021 में हिमांशु यादव से पहचान हुई थी। बातचीत के दौरान हिमांशु ने बताया कि उसकी मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में अच्छी पहचान है। वह सहायक ग्रेड-2 व 3 की वैकेंसी में उनकी नौकरी लगवा सकता है। इसके एवज में उसने दोनों से 5.5 लाख रुपए की मांग की। भरोसा दिलाने के लिए हिमांशु ने उन्हें अपने साथी नीलचंद यादव से मिलवाया और दोनों ने फर्जी फार्म भरवाकर पैसे जमा करने को कहा। विनोद ने 3.54 लाख व रामप्रसाद ने लगभग 5.5 लाख रुपए हिमांशु को दे दिए। रुपए दिए जाने के बाद दो साल हो गए, इसके बाद भी कोई ज्वाइनिंग लेटर नही मिला, जिसपर दोनों युवकों ने हिमांशु से पूछताछ की, जिसपर हर बार यही कह दिया जाता था कि प्रक्रिया चल रही है, जल्द ही नौकरी लग जाएगी। दोनों युवकों ने जब दबाव डालना शुरु किया और रुपए वापस मांगे, इसके बाद से दोनों ने बातचीत करना बंद कर दिया। यहां तक कि धमकी दी जाने लगी। पीडि़त युवकों ने थाना ओमती पहुंचकर शिकायत करते हुए बताया कि हाईकोर्ट में नौकरी लगवाने के नाम पर वर्ष 2021-22 में करीब 10 लाख रुपए दिए थे। दोनों साल बाद भी जब नहीं मिली तो 2024 में शिकायत की है। पुलिस ने मामले की जांच के बाद आज दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।