सड़क डिवाइडरों को हर छह माह में रंगरोगन करके दिखा रहे मैंटनेंस
जबलपुर। शहर की सड़कों के बीच बने डिवाइडरों पर पोते गए पेंट की पपड़ी निकल रही है और उसके बाद उस पर फिर से पेंट पोता जा रहा है। हर छह माह में होने वाले इस रंगरोगन पर अफसर शांत हैं। जानकार कहते हैं कि इन डिवाइडरों में बेस तैयार करने के लिए गुणवत्ताविहीन पुट्टी लगाई जाती है, जो उधड़ जाती है। इसकी जांच नहीं होती है, जिससे नगर निगम के पैसों की बर्बादी हो रही है।
शहर के राइट टाउन, नेपियर टाउन, सिविल लाइन सहित अन्य जगहों की सड़कों के डिवाइडरों पर पीला और काला रंग का पेंट पोता जाता है ताकि सडक पर चलने वाले वाहन चालक अलर्ट रहें। मौजूदा हालात यह है कि इन जगहों पर पेंट पुताई के लिए पेंटरों को ठेका दे दिया जा रहा है। इन कार्यों की निगरानी नहीं की जाती है। इससे इसमें मनमानी की जा रही है।
पुट्टी में मनमानी
जानकार कहते हैं कि पुट्टी में मिलावट करके उसे तैयार किया जा रहा है और इसे डिवाइडरों की सरफेस में पोत दिया जाता है। इससे यह दो-तीन माह के अंतराल में पपड़ी छोड़ देती है। मौजूदा हालात यह है कि इसी हालत में इस पर फिर से रंगाई-पुताई की जा रही है। इसकी सुध लेने के लिए निगम के जिम्मेदार नदारद हैं।