खमरिया तालाब में सुबह-शाम नजर आता था मगर, लोग थे परेशान, खमरिया प्रशासन ने वन्य प्राणी विशेषज्ञ को सौंपा था जिम्मा
जबलपुर। खमरिया तालाब में खतरनाक क्रोकोडाइल से लोगों में बनी दहशत का अंत हो गया है। बुधवार की रात आखिरकार, उसे पिंजड़े में पहुंचा ही दिया है। यह रेस्क्यू चार दिनों तक चला है। ओएफके प्रशासन ने क्रोकोडाइल को पकड़ने का जिम्मा वन्य प्राणी विशेषज्ञ को सौंपा था। प्राणी विशेषज्ञ का कहना है कि पकड़े गए क्रोकोडाइल को जल्द खंदारी जलाशय में छोड़ दिया जाएगा।
खमरिया के वेस्टलैंड में खमरिया लेख है। इसके चारों ओर सैर करने सुबह और शाम को लोग आते हैं। गर्मी में तालाब का पानी कम होने की वजह से कुछ दिनों से लोगों की नजर एक भारी भरकम क्रोकोडाइल पर पड़ रही थी। इससे यहां लोगों आना कम हो गया था।ओएफके को दी सूचना
ओएफके के कर्मचारियों ने तालाब में इस क्रोकोडाइल की सूचना प्रबंधन को दी थी। प्रबंधन ने क्रोकोडाइल को पकड़ने का जिम्मा वन्य प्राणी विशेषज्ञ धनंजय घोष को सौंपा था।
चार दिनों से बिछाया था जालप्राणी विशेषज्ञ घोष का कहना है कि पहले क्रोकोडाइल की लोकेशन ली गई थी। उसके बाद इसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया था। होता यह था कि ये दिखने के बाद पानी में गायब हो जाता था। चार दिनों के प्रयासों से इसे आखिरकार, पिंजड़े तक पहुंचने के लिए मजबूर कर दिया था। क्रोकोडाइल के बारे में इनका कहना था कि इसकी लम्बाई साढ़े पांच फीट है। इसकी उम्र तीन साल हो सकती है।