नई दिल्ली. मोदी सरकार के राज्य मंत्रियों के साथ एक राष्ट्रीय पदाधिकारी की भी ड्यूटी लगाई गई है, जो संबंधित मंत्री के साथ बैठकर कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनेगा और समाधान करेगा. इस दौरान रोस्टर बनाकर सभी केंद्रीय राज्य मंत्रियों और पार्टी के पदाधिकारियों को समन्वय बनाकर बीजेपी कार्यकर्ताओं के समस्याओं का समाधान देने का निर्देश दिया गया है.
संगठन और सरकार के बीच बेहतर समन्वय और बीजेपी कार्यकर्ताओं की सुनवाई का जिम्मा इन सभी राज्य मंत्रियों और केंद्रीय पदाधिकारियों के जिम्मे होगा. मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी संगठन चुनाव और राज्यों के प्रभार में पार्टी पदाधिकारियों की व्यस्तता की भरपाई भी केंद्र सरकार के ये मंत्री करेंगे.
अगले 6 दिनों तक बैठने के लिए बनाए गए केंद्रीय मंत्रियों का रोस्टर
28 जून को महिला और बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर बीजेपी मुख्यालय दिनभर बैठेंगी
30 जून को रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ बीजेपी मुख्यालय में होंगे
1 जुलाई को सड़क परिवहन राज्यमंत्री हर्ष मल्होत्रा
2 जुलाई को जनजातीय राज्यमंत्री दुर्गा दास उइके
3 जुलाई को सूचना प्रसारण राज्यमंत्री एल मुरुगन
4 जुलाई को कोऑपरेटिव राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर
5 जुलाई को विदेश राज्यमंत्री पवित्रा मार्गरिटा बीजेपी मुख्यालय में ड्यूटी पर तैनात होंगे.
राष्ट्रीय पदाधिकारियों की ड्यूटी भी प्रत्येक मंत्रियों के साथ लगा दी है, जो इस प्रकार है-
28 जून को राष्ट्रीय सचिव ओपी धनकड़
30 जून को राष्ट्रीय सचिव अलका गुज्जर
1 जुलाई को राष्ट्रीय सचिव ओपी धनकड़
2 जुलाई को राष्ट्रीय सचिव अनिल एंटनी
3 जुलाई को राष्ट्रीय सचिव अरविंद मेनन
4 जुलाई को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेखा वर्मा
5 जुलाई को राष्ट्रीय सचिव ऋतुराज सिन्हा
बाहर से आने वाले कार्यकर्ता अब खाली हाथ नहीं लौटे और बिना समस्या के समाधान के वापस नहीं जाए इसके लिए सरकार और संगठन ने ये नई व्यवस्था बनाई है. इसके तहत बाहर से आने वाले कार्यकर्ता संगठन के केंद्रीय पदाधिकारी के समक्ष अपनी समस्या रखता है, और उसको सुनने के बाद बीजेपी पदाधिकारी उसको केंद्रीय राज्य मंत्री मंत्री से सामने रखते हैं। जिसको तुरंत त्वरित गति से हल का प्रयास किया जाता है.
कार्यकर्ता लगातार कर रहे थे शिकायत
पार्टी कार्यकर्ताओं की लगातार ये शिकायत रही है कि उनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं जिसके चलते वो स्वयं को उपेक्षित महसूस करते रहे हैं. अब पार्टी ने एक नई व्यवस्था के तहत अपने कार्यकर्ताओं की इस उलाहना को दूर करने और संगठन को सेवा का सूत्र बनाने का प्रयास किया है. इस व्यवस्था के लिए बीजेपी ने एक कॉर्डिनेटर बहाल किया है जो केंद्रीय मंत्री और केंद्रीय पदाधिकारियों से लगातार संपर्क और चर्चा कर रोस्टर बनाता रहेगा. पार्टी की पहले से ही चलती आ रही व्यवस्था के तहत केंद्र सरकार का एक मंत्री सप्ताह में 4 से 5 दिन 2 घंटे के लिए जनसुनवाई करने पूर्ववत आते रहेंगे. बीजेपी सहयोग सेल द्वारा पहले से ही सोमवार से शुक्रवार के बीच केंद्रीय मंत्रियों की ड्यूटी दोपहर 3 से 5 बजे लगाती रही है.