नई दिल्ली। वंदे भारत में पहली बार स्लीपर ट्रेन के लखनउ-मुंबई के बीच दौड़ने के आसार नजर आने लगे हैं। इस ट्रेन में कुल 20 कोच होंगे। इनमें एसी फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड के अलावा दो एसएलआर कोच भी होंगे। ट्रेन की क्षमता लगभग 1200 यात्रियों की होगी। रेलवे के जानकार इस ट्रेन के जुलाई से शुरू होने की उम्मीद है।
देश की पहली स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का रूट भी फाइनल हो गया है। इसकी ट्रेन का पूरा विस्तृत शेड्यूल जून में जारी किया जा सकता है। इस ट्रेन को प्रदेश की राजधानी लखनऊ से महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई तक चलाने की योजना है। इससे पहले देश की पहली वंदे भारत ट्रेन वाराणसी से दिल्ली के बीच शुरू की गई थी।
सूत्रों का कहना है कि दिल्ली कोचिंग यार्ड में नई स्लीपर वंदे भारत का पूरा रैक पहुंच गया है। इसके बाद रेलवे इस ट्रेन का संचालन शुरू करने की योजना बना रहा है। लखनऊ से मुंबई रूट पर यात्री सबसे अधिक हैं। रेलवे ने ट्रेन के रूट का सर्वे भी पूरा कर लिया है। तेजस की तरह यह ट्रेन भी हफ्ते में चार दिन चलाने की तैयारी है। हालांकि, अभी रेलवे बोर्ड से हरी झंडी मिलने का इंतजार है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि छह महीने से इस रूट का सर्वे चल रहा था। पहले कानपुर, मथुरा, आगरा के रास्ते मुंबई जाने का प्रस्ताव था। फिर बरेली से आंवला, चंदौसी, मुरादाबाद, गाजियाबाद, निजामुद्दीन होते हुए आगरा और फिर मुंबई तक का रूट देखा गया है। आखिरकार, बरेली जंक्शन होकर मुंबई जाने का रूट तय किया गया है। इससे यह ट्रेन लखनऊ से हरदोई, शाहजहांपुर, बरेली जंक्शन, रामपुर, मुरादाबाद, गाजियाबाद, निजामुद्दीनै, आगरा होते हुए मुंबई जाएगी। यह ट्रेन सप्ताह में चार दिन चलेगी। फिलहाल लखनऊ.मुंबई के बीच ट्रेनों को 16 से 17 घंटे का समय लगता है, लेकिन स्लीपर वंदे भारत 10 घंटे में सफर पूरा करेगी।