मौके पर मची चीख-पुकार के बाद घाट में मौजूद लोगों ने डूब रहे लड़कों को बचाने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। सूचना पर मौके पर पहुंची ग्वारीघाट पुलिस और स्थानीय गोताखोरों ने रेस्क्यू करते हुए दोनों लड़कों की लाश घटना स्थल से कुछ दूरी पर बरामद की है। मृतक पुलिस कर्मियों के पुत्र हैं.
ग्वारीघाट थाना के टीआई सुभाष सिंह बघेल ने बताया कि सुमित दुबे और बिजेंद्र मरकाम 17 साल सुबह अपने अन्य 3 साथियों के साथ बरेला से काली घाट में नहाने गए थे। सुमित और बिजेंद्र अपने साथियों के साथ नहा रहे थे, तभी एकाएक दोनों पानी के तेज बहाव में बह गए। दोस्तों ने पानी में डूब रहे साथियों को बचाने का प्रयास किया, लेकिन पानी का बहाव काली घाट के पास बहुत तेज था। सूचना पर पुलिस बल और गोताखोर तत्काल मौके पर पहुंच गए थे। करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद दोनों बच्चों के शव नदी से बाहर निकाले गए हैं। बच्चों की लाश बाहर निकलते ही घाट में परिजन और परिचितों में चीख-पुकार मच गई।
बताया जाता है कि मृतक सुमित के पिता सीपी दुबे प्रधान आरक्षक हैं और थाना ग्वारीघाट में पदस्थ रहते हुए थाना का वाहन चलाते हैं। इसी तरह नाबालिग बिजेंद्र के पिता संतोष मरकाम उप निरीक्षक हैं, वर्तमान में वह पन्ना जिला में पदस्थ हैं।