जबलपुर। आज नाग पंचमी के अवसर पर सांप को पिटारे में बंद कर घूमाने वाले संपेरो पर वन विभाग की टीम द्वारा नजर रखी जा रही है। जिसके परिणाम स्वरूप आज 2 दर्जन से अधिक सपेरो को पकड़ा गया है। वहीं वन विभाग की टीम द्वारा इन सपेरों के कब्जे से लगभग 50 सांप बरामद किए गए है, जिन्हें सुरक्षित जंगलों में छोड़ा गया है।वन विभाग के टीम द्वारा सपेरो के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सांप नहीं पचा सकते दूध
विज्ञान के अनुसार सांप दूध को नहीं पचा सकते, क्योंकि सर्प सरीसृप वर्ग में आते है। जिनका पाचन तंत्र इतना विकसित नहीं होता कि वे दूध को पचा सके। सांप को दूध पिलाने से उन्हें फेफड़ों का संक्रमण हो जाता है और उनकी मृत्यु हो जाती है। सांप को पकड़ने और प्रदर्शन करना वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9 के तहत वन्य प्राणी का शिकार माना जाता है जिसके लिए सजा का प्रावधान है।