जबलपुर। खेल व्यक्ति को अनुशासित बनाता है और आपकी सहनशक्ति और एकाग्रता में सुधार करने में मदद करता है। ये आपके जीवन में सकारात्मकता लाता है। सुखी जीवन के लिए अच्छा स्वास्थ्य बहुत जरूरी है, और अच्छे स्वास्थ्य के लिए खेल बहुत जरूरी हैं। खेल शरीर को स्वस्थ्य और स्फूर्तिमय बनाये रखते हैं। युवा खेलों के माध्यम से स्वस्थ्य शरीर का निर्माण करें ताकि उनका जीवन स्वयं के लिए और साथ ही समाज व देश के लिए उपयोगी बन सके। उक्त विचार रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. कपिल देव मिश्र द्वारा आज को विश्वविद्यालय में विशेष व्याख्यानमाला के उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किये। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग एवं महाकौशल क्रीड़ा परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विशेष व्याख्यानमाला के प्रथम दिवस मुख्य वक्ता के रूप में प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. अजय सेठ ने बताया कि अधिकांश स्पोट्र्स इंजरी में, प्रारंभिक रिकवरी के बाद, उबरने की प्रक्रिया को गति देने में मदद करने के लिए जितनी जल्दी हो सके चोटिल हिस्से से गतिविधि करवाने में मदद मिलती है। हल्के व्यायाम से चोटिल हिस्से की गति की सीमा को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
युवा खिलाडिय़ों के लिए अति महत्वपूर्ण है ये कार्यक्रम
कार्यक्रम में महाकौशल क्रीड़ा परिषद के संस्थापक डॉ. प्रशांत मिश्र ने कहा कि युवा खिलाडिय़ों के लिए यह कार्यक्रम अति महत्वपूर्ण है। उम्मीद है कि यह पहल हमें उस प्रणाली तक ले जायेगी जहां हम खिलाडिय़ों की चोटों का प्रबंधन पेशेवर तरीके से कर पायेंगे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रशांत मिश्रा एवं आभार प्रदर्शन प्रो. विशाल बन्ने ने किया। इस अवसर पर प्रो. अलका नायक सहित शाषिवि के समस्त प्राध्यापक, प्रशिक्षक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।