जबलपुर। रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के ट्रैक मेेंटेनर्स व हेल्पर को जिस प्रकार यूनिफार्म व सुरक्षा उपकरण (प्रोटेक्टिव गियर) रेलवे प्रदान करता है, ठीक उसी प्रकार अब यह सुविधा सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल व टीआरडी के हेल्पर व मेंटेनर्स को भी मिलेगी। यह महत्वपूर्ण निर्णय रेलवे बोर्ड ने लिया है। यह मांग नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमैन (एनएफआईआर) और वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ द्वारा लंबे समय से उठाई जा रही थी। अब रेलवे बोर्ड ने यह मांग पूरी करते हुए आदेश सभी रेल जोनों को भेज दिया है और तत्काल प्रभाव से अमल में लाने के निर्देश दिये गये हैं।
उल्लेखनीय है कि NFIR और WCRMS लगातार रेलवे बोर्ड से सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल व टीआरडी के हेल्पर व मेंटेनर्स को यूनिफार्म व प्रोटेक्टिव गियर प्रदान करने की मांग करता रहा है। इस संबंध में मंगलवार 5 मार्च को रेलवे बोर्ड नई दिल्ली में एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में पमरे फिर से मामले को उठाया गया, जिसके बाद यह मांग मान ली गई। रेलवे बोर्ड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर (एसएंडटी) ट्रांसफार्मेशन उमेश बलोंदा ने यूनिफार्म व सुरक्षा उपकरण प्रदान करने का लेटर जारी किया। यह यूनिफार्म व सुरक्षा उपकरण देश भर के रेलकर्मचारियों को मिलेंगे।
रेलवे बोर्ड के इस निर्णय के संबंध में WCRMS के जोनल महामंत्री अशोक शर्मा ने बताया कि रेलवे बोर्ड के इस निर्णय से अब एसएंडटी, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल व टीआरडी के हेल्पर व मेंटेनर्स को नियमित रूप से यनिफार्म व सुरक्षा उपकरण मिलेंगे, जिसमें मानसून के दौरान रेनकोट कैप सहित व वाटरप्रूफ ट्राउजर साल में एक बार मिलेंगे, इसके लिए हर कर्मचारी के लिए 1200 रुपए, शीतकाल के दौरान विंटर जैकेट, साथ में इनर, उच्च क्वालिटी की आरेंज रंग की दी जायेगी, जो दो साल में एक बार मिलेगी और इसके लिए प्रति कर्मचारी 2500 रुपए तय किये गये हैं। साथ ही हर 6 माह में सेफ्टी शूज वह भी स्टील लगा हुआ मिलेगा, यह सेफ्टी शूज बाटा, लिबर्टी व एक्सन जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों के होने चाहिए, इसके लिए 1400 रुपए तय किये गये हैं। साथ ही पहाड़ी व बर्फीले इलाकों में पदस्थ स्टाफ के लिए भी विशेष इंतजाम किये गये हैं, जिसमें सेना को जिस प्रकार सेफ्टी शूज, जैकेट आदि की आपूर्ति की जाती है, ठीक उसी प्रकार रेलवे के इन स्टाफ के लिए भी जैकेट, ग्लब्स, ट्राउजर्स मिलेंगे।