जबलपुर/कोटा। रेल ड्यूटी के समय सरकारी कामधाम छोड़कर अपना व्यवसाय यानी दुकान चलाने वाले एक रेल कर्मचारी पर पश्चिम मध्य रेलवे की विजिलेंस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। जबलपुर से कोटा पहुंची विजिलेंस टीम की इस कार्रवाई से रेलवे का काम छोड़कर दूसरा धंधा करने वालों में हड़कम्प की स्थिति बन गई है.
बताया जाता है कि जबलपुर में मुख्य सतर्कता अधिकारी/एसडीजीएम व पमरे महाप्रबंधक को किसी ने शिकायत की थी कि कोटा में ट्रेन लाइटिंग विभाग के कर्मचारी बबलेश कुमार मीणा द्वारा ड्यूटी के समय अपनी दुकान संभालने का काम किया जा रहा है. शिकायत पर विजिलेंस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. विजिलेंस ने मामले में बबलेश से भी पूछताछ की। इस पर बबलेश ने दुकान पत्नी के नाम होना बताया। विजिलेंस ने यहां से जरूरी कागजात और हाजिरी रजिस्टर भी जप्त किया है।
बताया जाता है कि बबलेश की शिकायत उनके ही साथी कर्मचारियों ने पश्चिम-मध्य रेलवे महाप्रबंधक, डीआरएम, विजिलेंस और वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता (सामान्य) को की थी. अपनी शिकायत ने बताया कि बबलेश पिछले कई सालों से लगातार नियम विरुद्ध तरीके से एक ही जगह स्टेशन पर ऑफिस में ही ड्यूटी कर रहा है। बबलेश को कभी ट्रेन ड्यूटी पर नहीं भेजा जाता। ड्यूटी के दौरान बबलेश अक्सर गायब रहकर फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान संभलता नजर आता है। दुकान के अलावा यह यहां से य प्रॉपर्टी डीलिंग का व्यवसाय भी करता है।
कर्मचारियों ने बताया कि मामले की शिकायत कई बार सुपरवाइजरों से की गई। लेकिन आपसे मिली भगत के चलते सुपरवाइजरों ने बबलेश के खिलाफ कभी कोई कार्रवाई करना जरूरी नहीं समझा। लगातार एक ही जगह ड्यूटी करने और यहां से भी गायब रहने का खामियाजा अन्य कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है
जबलपुर में भी कई कर्मचारी निशाने पर
सूत्रों के मुताबिक जबलपुर मंडल में भी ऐसे कई कर्मचारी हैं, जो रेलवे की नौकरी के साथ-साथ निजी कारोबार में लगे हुए हैं. जो रेलवे से बिना काम किये वेतन भी ले रहे हैं और व्यवसाय से भी मोटी कमाई कर रहे हैं. ऐसे कर्मचारियों के चलते जो कर्मचारी पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं, उन पर अतिरिक्त दबाव बढ़ रहा है. ऐसे भी कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही है.
