यातायात व्यवस्था चरमराई, अफरातफरी, जांच शुरू की गई
जबलपुर। भोपाल-जबलपुर नेशनल हाईवे-45 पर स्थित एक महत्वपूर्ण ब्रिज का हिस्सा अचानक धंस गया है। यह घटना शहपुरा-भिटौनी क्षेत्र के पास हुई है, जिससे व्यस्त राजमार्ग पर यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। बताया जा रहा है कि यह ब्रिज का वही हिस्सा है जो शहपुरा से सटा हुआ है। पिछले लगभग छह महीनों से इस ब्रिज की एक लेन पर मरम्मत और निर्माण कार्य चल रहा था, लेकिन सुधार कार्य पूरा होने से पहले ही यह संरचना ढह गई। वर्तमान में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने पूरे यातायात को 'वन-वे' (एक तरफा) कर दिया है। भारी वाहनों के दबाव और सड़क पर बढ़ती गाड़ियों की संख्या के कारण प्रशासन के लिए स्थिति को संभालना एक चुनौती बना हुआ है। मौके पर मौजूद विशेषज्ञों का मानना है कि यदि समय रहते पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए, तो बचा हुआ हिस्सा भी खतरे में पड़ सकता है।
जर्जर दीवार और सीपेज: अनदेखी से बिगड़े हालात
शुरुआती जांच के अनुसार, इस हादसे के पीछे कई तकनीकी और रखरखाव संबंधी खामियां नजर आ रही हैं। ब्रिज की सपोर्टिंग दीवार का एक बड़ा हिस्सा काफी समय से जर्जर अवस्था में था, जिसे समय रहते ठीक नहीं किया गया। मानसून के दौरान समस्या और भी गंभीर हो गई जब ब्रिज पर जलभराव के कारण 'सीपेज' (पानी का रिसाव) शुरू हो गया। लगातार हो रहे सीपेज ने धीरे-धीरे ब्रिज की आंतरिक संरचना को खोखला और कमजोर कर दिया। इसके ऊपर से गुजरने वाले भारी ट्रैफिक के दबाव ने आग में घी का काम किया, जिससे कमजोर हो चुकी दीवार और सड़क का हिस्सा अचानक बैठ गया। स्थानीय नागरिकों और यात्रियों में इस बात को लेकर काफी रोष है कि जब पिछले छह महीनों से काम चल रहा था, तो इस जर्जर स्थिति पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया।
