जबलपुर/भोपाल. पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल में रविवार 9 नवम्बर को वार्षिक एजीएम में उमड़ी हजारों रेल कर्मचारियों की डेढ़ किलोमीटर लंबी रैली की चर्चा जोरों पर है। यह चर्चा इसलिए भी खास है, क्योंकि मान्यता चुनाव में पराजय के बाद इस तरह की रैली में रेलवे की तरफ से मिलने वाली तमाम सुविधाएं जिनमें मुफ्त पास, स्पेशल लीव कर्मचारियों को नहीं मिल सका, इसके बावजूद तीनों रेल मंडलों से पहुंचे रेल कर्मचारियों ने जिस तरह डबलूसीआरईयू के लालझंडे पर विश्वास जताया है, इसको लेकर रेल प्रशासन से लेकर प्रतिद्वंदी मजदूर संगठन भी अचंभित हैं.
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डबलूसीआरईयू के महामंत्री का. मुकेश गालव ने के 23 वें अधिवेशन में बिना सुविधाओं के अपनी छुट्टी, अपने पास पीटीओ उपयोग करके अपनी रिकॉर्ड उपस्थिति दर्ज कराने वाले मंडल के प्रत्येक शाखा से उपस्थित समस्त जुझारू कॉमरेड्स का आभार जताते हुए कहा है कि भोपाल एजीएम में उमड़ी रेल कर्मचारियों की इस भीड़ ने यूनियन के प्रति उनके विश्वास को और मजबूत किया है। यूनियन का रिश्ता, सिर्फ संगठन व कर्मचारी की ही नहीं है, बल्कि पारिवारिक भी है.
यूनियन के जबलपुर मंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला, मंडल सचिव का. रोमेश मिश्रा ने कहा कि अधिवेशन में ये बात सिद्ध हो गई प्रशासन द्वारा मिली सुविधा नहीं कर्मचारियों द्वारा मिल रहा अपार सहयोग और समर्थन ही हमारी असली पूंजी है, उन्होंने अपनी एकता को बनाये रखने की अपील की और आभार जताया.
