जब-जब प्रतिबंध की आंच लगी, हम और निखरे...देखें वीडियो

 

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बैन लगाने वाले बयार पर आरएसएस ने दिया तीखा जवाब,बैठक के अंतिम दिन मीडिया से रूबरू हुए सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले

जबलपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले के स्वर आज तीखे स्वरों में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि संघ पर जब-जब प्रतिबंध लगाए गये, तब-तब संघ और निखरकर सामने आया और देशभक्ति का दायरा और बढ़ता गया। श्री होसबोले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री खड़गे के उस बयान का जवाब दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि संघ पर बैन लगा दिया जाना चाहिए। संघ ने कहा कि संघ पर तीन बार प्रतिबंध लगाया जा चुका है, यदि कोई चाहे तो चौथी बार भी कोशिश कर सकता है, हम तैयार हैं। श्री  होसबोले शनिवार को जबलपुर में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक के दौरान पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि आखिर ऐसी कौन सी वजहें हैं,जिनके कारण संघ पर प्रतिबंध लगाने की बात की जा रही है। 

-संघ से सीख लेनी चाहिए

श्री होसबोले ने कहा कि आरएसएस अपने जन्मकाल से ही भारत के समाज और राष्ट्रनिर्माण में जुटा हुआ है,जिसके प्रत्यक्ष उदाहरण पूरे देश-दुनिया के सामने हैं। ऐसी स्थिति मंे यदि संघ पर बैन लगाने की बात कही जा रही है तो इसके निहितार्थ समझे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ना केवल राजनीतिक पार्टियों बल्कि सामाजिक संगठनों को भी संघ के परिश्रम और संघर्ष से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में देश के विभिन्न पहलुओं को लेकर संघ कई और बड़े सकारात्मक अभियान चलाने जा रहा  है। उन्होंने आगे कहा कि आरएसएस को समाज ने स्वीकार किया है और पहले लगाए गए प्रतिबंधों को भी अदालत ने गलत ठहराया था।

-इतिहास में दर्ज हुआ जबलपुर


संघ के शताब्दी वर्ष के आयोजन से जबलपुर का नाम इतिहास में दर्ज हो गया है। विजय दशमी से शुरू हुए इस पर्व में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम हुए हैं। संघ ने मंडल, बस्ती में 10 हजार के लगभग नए स्वयंसेवक बनाएं हैं। इसके अलावा संघ के पंच परिवर्तन कार्यक्रम को तीव्रता से लागू किया जाएगा ताकि देश को और अधिक सशक्त और समृद्ध बनाया जा सके। 





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