जबलपुर: धान के फर्जीवाड़े पर होगा तीसरी आंख का पहरा

 


खरीदी केंद्रों की मॉनिटरिंग होगी स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम से

जबलपुर। धान खरीदी में हर वर्ष सामने आने वाले फर्जीवाड़े, पुराने धान की अवैध एंट्री और दलालों की सक्रियता को रोकने के लिए प्रशासन ने इस बार पूरी खरीद प्रक्रिया को सीसीटीवी निगरानी में लाने का बड़ा फैसला लिया है। जबलपुर जिले के सभी खरीदी केंद्रों पर हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरे लगाए जाएंगे और इनकी लाइव मॉनिटरिंग सीधे स्मार्ट सिटी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से की जाएगी। जिला प्रशासन के अनुसार धान खरीदी 1 दिसंबर से शुरू हो रही है और उससे पहले सभी केंद्रों पर कैमरों की इंस्टॉलेशन का काम तेज किया गया है। कंट्रोल सेंटर के साथ-साथ संबंधित क्षेत्र के एसडीएम को भी रियल टाइम एक्सेस मिलेगा। खरीदी केंद्रों पर किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि,जैसे धान की जबरन एंट्री, ट्रक-ट्रॉली की अनियमित आवाजाही, या स्टाफ की मिलीभगत आदि पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

...तो सील करेंगे खरीदी केंद्र

सबसे महत्वपूर्ण कदम यह है कि खरीदी शुरू होने से पहले किसी केंद्र पर पूर्व से धान स्टॉक मिला तो केंद्र को तुरंत सील कर दिया जाएगा। इसके बाद केंद्र को दोबारा खोलने की अनुमति केवल एसडीएम या तहसीलदार ही दे सकेंगे। प्रशासन का मानना है कि रियल टाइम डिजिटल मॉनिटरिंग से न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि ऐसे केंद्रों और व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई भी संभव होगी जो अवैध गतिविधियों में शामिल पाए जाते थे। जिले में करीब 56 हजार पंजीकृत किसानों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए यह निर्णय महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

 क्या–क्या रहेगा कैमरे की नजर में

  • धान की एंट्री और तौल प्रक्रिया
  • ट्रॉली/वाहनों की आवाजाही
  • स्टाफ और खरीदारों की गतिविधियां
  • गोदाम/स्टॉक पॉइंट का रिकॉर्ड
  • पूर्व-स्टॉक मिलने पर तुरंत अलर्ट

  • कार्रवाई कैसे होगी

  • कंट्रोल रूम से मिलते ही तुरंत एसडीएम को सूचना
  • फर्जी गतिविधि मिलने पर केंद्र सील
  • संदिग्ध वाहनों की जांच
  • जिम्मेदार कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई
  • केंद्र दोबारा खोलने की अनुमति केवल एसडीएम/तहसीलदार देंगे


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