खूबसूरती के साथ किफायत का तालमेल,जमकर हुई बिक्री
जबलपुर। उजाले के प्रतीक दीप पर्व पर संस्कारधानी के घरों को अपनी खुश्बू से सजाने वाले फूल बैंगलुरू,नागपुर,पुणे एवं हावड़ा से लाये गये थे। केवल एक सप्ताह में ही लाखों के फूल बिक गए। असल में इन फूलों की खूबसूरती किसी का भी मन मोह सकती है। ऐसा नहीं है कि जबलपुर जिले में फूलों की पैदावार कम है,लेकिन दीवाली जैसे खास अवसरों पर पफूल बाहर से बुलवाने पड़ते हैं। दूसरी वजह ये है कि आजकल जिन वैरायटीज की ज्यादा डिमांड है,वे जबलपुर में उस मात्रा में पैदा नहीं होती,जितनी दरकार होती है।
-खुश्बू के साथ सुंदरता का मेल
जबलपुर की फूलमंडी में डेजी, मॉम्स, जबेरा, जितसू, सन फ्लावर, ऑचिट, कटिंग गुलाब एवं टच गुलाब जैसे फूल छाए रहे। मार्केट में इन फूलों के दामों की बात करें तो 10 से लेकर 200 रुपए में स्टिक तक के फूल उपलब्ध रहे, यानी जिसका जितना बजट, उस हिसाब से अपने घर को नेचुरल लुक दिया गया। इन फूलों की खासियत यह है कि ये एक हफ्ते तक तरो ताजा रहते हैं, इन फूलों को एक हफ्ते तक आप अपने घरों पर लगाकर न केवल इसकी महक महसूस कर सकते हैं, बल्कि एक हफ्ते तक बिना कुछ किए यह फूल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बरकरार रखते हैं।
