जबलपुर। सहारा की जमीन की खरीद-फरोख्त के मामले में ईडी और आईटी सेल की टीम गुपचुप तरीके से जबलपुर, भोपाल और कटनी के खनन कारोबारियों को अपने साथ ले गई है। इस बात की भनक स्थानीय लोगों को नहीं लग सकी और न ही आयकर विभाग या ईडी की ओर से कोई अधिकारिक बयान जारी किए गए है।
सूत्रों का कहना है कि सहारा जमीन खरीदी घोटाले के मामले को लेकर ईडी और आईटी सेल ने कटनी के चार एवं भोपाल और जबलपुर के एक-एक व्यक्ति को नोटिस थमाया है। जिन लोगों को नोटिस देने टीम जबलपुर-कटनी पहुंची थी, उनमें से कुछ लोगों से जमीन खरीदी मामले को लेकर पूछताछ किए जाने की चर्चा है।
बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग की संयुक्त कार्रवाई से राजनीतिक और कारोबारी हलकों में हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों ने बताया कि दोनों एजेंसियां सक्रिय रहीं। कई ठिकानों पर तलाशी व पूछताछ की गई है। यह कार्रवाई एक प्रमुख राजनेता और खनन कारोबार से जुड़े व्यक्तियों के ठिकानों पर केंद्रित रही। ईडी और आयकर विभाग की टीमों ने दो लोगों से अलग-अलग पूछताछ की है। यह कार्रवाई कटनी तक सीमित नहीं रही बल्कि जबलपुर और भोपाल में भी छापेमारी की है। शहर से एक खनन कारोबारी के चार्टर्ड अकाउंटेंट और भोपाल से उनके करीबी रिश्तेदार को गुपचुप ले गई है। हालांकि, ईडी और आयकर विभाग ने इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। सूत्र दावा कर रहे हैं कि एक-दो दिनों में ईडी की ओर से और बड़ी कार्रवाई सामने आ सकती है।