नई दिल्ली. देशभर में कवच इंस्टालेशन की तैयारियों के बीच रेलवे बोर्ड ने सभी ज़ोनल रेलवे को देशभर के स्टेशन मास्टरों और ट्रेन मैनेजरों (पूर्व में गार्ड) के लिए स्वदेशी कवच स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) प्रणाली की अनिवार्य ट्रेनिंग शुरू करने का निर्देश दिया है।
बोर्ड ने इसकी प्रगति पर तत्काल रिपोर्ट मांगी है, ताकि इस प्रणाली का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित हो सके। इसके लिए सभी जोनल रेलवे को बोर्ड ने पत्र भेजा है, जिसमें कहा गया है कि केवल ट्रेनिंग देना पर्याप्त नहीं, इसकी गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान देना होगा।
इसके लिए जोनल रेलवे ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (जेडआरटीआई) में प्रशिक्षण के बाद कर्मचारियों का आब्जेक्टिव टेस्ट होगा। टेस्ट में प्राप्त अंकों के आधार पर कर्मचारियों को 80 प्रतिशत से अधिक, 60-80 प्रतिशत, और 60 प्रतिशत से कम की ग्रेडिंग दी जाएगी। जिन कर्मचारियों का प्रदर्शन कमजोर होगा, उन्हें अतिरिक्त मार्गदर्शन दिया जाएगा।
साथ ही, प्रशिक्षुओं से फीडबैक लेकर ट्रेनिंग माड्यूल को और बेहतर बनाया जाएगा। कवच एक अत्याधुनिक स्वदेशी तकनीक है, जो सिग्नल उल्लंघन, गति नियंत्रण और विशेष रूप से ट्रेनों की आमने-सामने की टक्कर को रोकने में सक्षम है। रेलवे बोर्ड ने जोनल रेलवे से ट्रेनिंग की जरूरत वाले कर्मचारियों की संख्या, अब तक प्रशिक्षित कर्मचारियों का विवरण और बाकी कर्मचारियों के लिए लक्षित समयसीमा के साथ कार्य योजना मांगी है।