स्थानीय लोगों की माने तो स्वयं को सिद्ध करने की होड़ में लोग मंदिर में भी हक जमाने के लिए पहुंचने लगे हैं। आज दो महिलाएंं और एक पुरुष मंदिर में पहुंचे। ये लोग खुद के शरीर में माता क ो सवार होने का दावा करने लगे। तीनों लोग मंदिर के गर्भ ग्रह में विराजित शेर को सब्बल से तोडऩे का प्रयास करने लगे। उनका कहना था कि ऐसा करने के लिए उन्हें मां ने आदेश दिया है। मूर्ति तोडऩे की कोशिश करने पर आस पास मौजूद लोगों ने बलपूर्वक उन्हें रोका तो हंगामा शुरु कर दिया। लोगों ने समझाइश देने की कोशिश की इसके बाद भी जब वे नहीं माने और विवाद करने लगे तो लोगों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने उमेश पाण्डेय पिता रामराज पाण्डेय को हिरासत में लिया है। जिसने माहौल को खराब करने और मंदिर के गर्भ गृह में उत्पाद किया। स्थानीय लोगों क ा कहना था कि दशहरे का दिन होने की वजह से लोग वहां मौजूद थे। जिन्होंने पूरा घटनाक्रम देख लिया और इस कृत्य को रोक लिया। नहीं तो माहौल और ज्यादा तनावपूर्ण हो सकता था।