पीएम रिपोर्ट में खुलासा, करंट लगाकर मारा गया था तंेदुआ,डॉग स्क्वॉड की सर्चिंग में मिले अहम सुराग,वन विभाग ने जानवरों के शवों का अंतिम संस्कार किया
जबलपुर। सिहोरा के घुघरा गांव के एक फॉर्म हाउस में मिले जंगली जानवरों की पीएम रिपोर्ट में खुलासा हो गया है कि तेंदुए की हत्या करंट लगाकर की गयी थी,जबकि चार जंगली सुअरों पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतारा गया है। नानाजी देशमुख वेटरनरी कॉलेज, स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ की फोरेंसिक लैब के अनुसार, तेंदुए की मौत के बाद उसके पंजों के 18 नाखून और 4 कैनाइन दांत निकाल लिए गए और इन्हें ढाई सौ एकड़ में फैले फॉर्म हाउस की जमीन में दफन कर दिया गया। अब सवाल ये उठाया जा रहा है कि क्या वन विभाग का अमला बेजुबानों को करंट लगाकर मारने वाले निर्मम हत्यारों पर कानून का शिकंजा कस पाएगी या फिर इन जानवरों की मौतंे भी एक गुमनाम फाइल बनकर रह जाएंगी।
-डॉग स्क्वॉड को मिले अहम सुराग
डीएफओ ऋषि मिश्र ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद तेंदुए का शवदाह कर दिया गया। इस मामले में वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत केस दर्ज कर जांच की जा रही है। कान्हा टाइगर रिजर्व मंडला से आए डॉग स्क्वॉड की मदद से मौके और आसपास के क्षेत्र में सर्चिंग की गयी,जिसमें कई अहम सुराग हाथ लगे हैं,लेकिन वन विभाग भी खुलासा नहीं कर रहा है। जांच में क्षेत्रीय टाइगर स्ट्राइक फोर्स की भी मदद ली जा रही है।
-घटनाक्रम पर एक नजर
बीते शनिवार की रात वन विभाग को सूचना मिली कि निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड परिसर की जमीन पर तेंदुए सहित अन्य जानवरों के शवों को दफनाया गया है। वन विभाग की टीम ने जेसीबी से गड्डा खुदवाया तो एक के बाद चार जंगली सूअर और एक तेंदुए का शव मिला था। इस मामले में डीएफओ ने लापरवाही बरतने पर दो कर्मचारियों डिप्टी रेंजर यादवेंद्र यादव और बीट गार्ड जितेंद्र अग्रवाल को निलंबित कर दिया है। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें निसर्ग इस्पात कंपनी के मैनेजर अनुराग द्विवेदी, जेसीबी ऑपरेटर बृजेश विश्वकर्मा और कर्मचारी मोहित दहिया शामिल है।
