यमुनानगर. बाडी माजरा में पश्चिमी यमुना नदी पर करीब 100 साल पहले बना पुल मंगलवार 28 अक्टूबर की देर शाम अचानक टूटकर नहर में गिर गया। सौभाग्य से हादसे के वक्त पुल पर कोई वाहन या व्यक्ति मौजूद नहीं था, जिससे बड़ा नुकसान टल गया। जानकारी के अनुसार, सिंचाई विभाग ने इस पुल को पहले ही कंडम घोषित कर दिया था, लेकिन इसके बावजूद लोगों की आवाजाही जारी थी। सोमवार शाम और मंगलवार सुबह छठ पर्व पर हजारों श्रद्धालु इसी पुल से होकर गुजरे थे।
बताया गया कि मेयर सुमन बहमनी, मंडल अध्यक्ष शुभम राणा और कई अधिकारी भी हाल ही में इस पुल से गुजरे थे। गनीमत रही कि पुल श्रद्धालुओं की भीड़ के दौरान नहीं टूटा। विभाग ने मंगलवार दोपहर पुल के दोनों ओर मिट्टी डालकर रास्ता बंद किया, लेकिन तब तक कोई चेतावनी बोर्ड नहीं लगाया गया था।
सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, यह पुल तीन साल पहले आठ करोड़ रुपये की लागत से बने नए पुल के निर्माण के बाद कंडम घोषित किया गया था। पुल के उस पार बाडी माजरा, तीर्थ नगर, पांसरा, ताजकपुर सहित कई गांव हैं। सहारनपुर की ओर जाने वाले लोग भी इसी पुल से गुजरते थे। प्रत्यक्षदर्शी राम बिहारी और जुगल किशोर के अनुसार, शाम करीब सवा चार बजे तेज आवाज के साथ पुल का बीच का हिस्सा नहर में गिर गया। उन्होंने बताया कि उस समय पुल पर कोई व्यक्ति या वाहन नहीं था।
