मौसम वैज्ञानिकों ने दी रिकार्डतोड़ बारिश की चेतावनी
जबलपुर। मध्य प्रदेश के ऊपर से होते हुए एक ट्रफ लाइन दक्षिण पूर्व से बढ़कर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। इसके साथ ही कई मौसमी प्रणालियां सक्रिय हैं, जैसे एक अन्य ट्रफ लाइन उत्तर-पश्चिम राजस्थान और निकटवर्ती क्षेत्रों पर साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है, जिससे आने वाले एक सप्ताह तक भारी बारिश का दौर जारी रहेगा।
मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बन रहा एक और सिस्टम का असर 4 सितंबर से दिखने लगेगा। माना जा रहा है कि इसकी वजह से इस बार सितंबर की बारिश रिकॉर्डतोड़ सकती है। ऐसे में प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। मध्य प्रदेश में मॉनसून का कोटा लगभग पूरा हो चुका है। कई जिलों में यह सितंबर की शुरुआत में ही पूरा हो जाएगा। दरअसल, सितंबर के शुरुआती दिनों में बारिश के कई सिस्टम एक्टिव रहेंगे। इस वजह से भारी बारिश का दौर बना रहेगा।
यलो-ऑरेंज अलर्ट
मध्य प्रदेश में सितंबर में बारिश का एवरेज 158 मिमी यानी लगभग 6 इंच है। लेकिन शुरुआती दिनों की बारिश ही बता रही है कि इसी सप्ताह मॉनसून इस आंकड़े को पार कर जाएगां। इसके बाद होने वाली बारिश बोनस होगी। मौसम विभाग ने 2 सितंबर से लेकर 5 सितंबर तक के लिए ज्यादातर जिलों में यलो व ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
जारी रहेगा बारिश का दौर
पिछले 48 घंटों में कई जिलों में जमकर बारिश हुई है, जिसमें राजधानी भोपाल के साथ.साथ जबलपुर, इंदौर और ग्वालियर शामिल हैं। मौसम विभाग के मुताबिक इन जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रह सकता है।
2-4 इंच बारिश की संभावना
मंगलवार को प्रदेश के जिन 15 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उनमें बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, जबलपुर, कटनी, उमरिया, शहडोल, डिंडौरी, अनूपपुर, उज्जैन, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, गुना, शिवपुरी और धार शामिल हैं। इन जिलों में अगले 24 तक 2 से 4 इंच तक बारिश हो सकती है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में नदी नाली भी उफान पर आ सकते हैं।