पमरे के 4 ट्रैकमैनों की सतर्कता से दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बची मुंबई-सूबेदारगंज ट्रेन, डीआरएम ने किया सम्मानित

कोटा। पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेल मंडल में 3 सितम्बर बुधवार की सुबह कोटा-रामगंज मंडी रेल खंड पर कंवलपुरा और दरा स्टेशनों के बीच एक बड़ा हादसा टल गया। मुंबई-सूबेदारगंज स्पेशल ट्रेन (04126) पटरी पर गिरे पहाड़ी मलबे की चपेट में आने से बाल-बाल बच गई। इस सतर्कता के लिए कोटा मंडल के डीआरएम ने चार ट्रैकमैनों और एक वरिष्ठ खंड अभियंता (एसएसई) को सम्मानित किया है।

भारी बारिश के चलते ट्रैकमैन नवीन कुमार, संदीप कुमार, रमेश चंद मीणा, और ओमप्रकाश मीना कंवलपुरा-दरा रेलखंड पर गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने देखा कि दरा की घाटी में भूस्खलन के कारण भारी मात्रा में मलबा और बड़े-बड़े पत्थर रेल पटरी पर गिर गए हैं। पानी के तेज बहाव के कारण सुरक्षा दीवार के पत्थर भी पटरी पर आ गए थे। यह खतरनाक स्थिति देखते ही ट्रैकमेनों ने तुरंत अपने इंचार्ज, वरिष्ठ खंड अभियंता (एसएसई) पीयूष शर्मा को सूचित किया।

घटना स्थल से 20 मीटर पहले रोकी ट्रेन

सूचना मिलने पर पीयूष शर्मा ने देखा कि मुंबई-सूबेदारगंज स्पेशल ट्रेन कंवलपुरा स्टेशन से निकल चुकी है और कुछ ही देर में घटना स्थल पर पहुँचने वाली है। बिना समय गवाए, शर्मा ने तुरंत स्टेशन मास्टर को सूचना दी और ओएचई लाइन की बिजली आपूर्ति बंद करवा दी। बिजली बंद होते ही ट्रेन घटना स्थल से करीब 20 मीटर पहले ही रुक गई। अगर किसी कारणवश ट्रेन 20 मीटर और आगे बढ़ जाती, तो यह निश्चित रूप से मलबे और पत्थरों से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाती, जिससे कई यात्रियों की जान जा सकती थी। इस बहादुरी और सूझबूझ के लिए डीआरएम अनिल कालरा ने सभी ट्रैकमैनों और पीयूष शर्मा को प्रशस्ति-पत्र और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया है। इस घटना के कारण 20 से अधिक ट्रेनें घंटों तक विलंबित रहीं।

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